मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टर सोमवार से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं. कोरोना और ब्लैक फंगस के प्रकोप के बीच जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ा सकती हैं और मरीजों की मुसीबत में बढ़ सकती है. राज्य में कोरोना पर कुछ काबू पाया गया है, तो दूसरी तरफ ब्लैक फंगस का असर बढ़ रहा है. सरकार एक जून से कोरोना कर्फ्यू में भी कुछ ढील देने पर विचार कर रही है. ऐसे में छह सूत्री मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जूडा) के हड़ताल पर जाने से राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ाने का अंदेशा है.
जूडा के अनुसार, 6 मई को चिकित्सा शिक्षा मंत्री और विभागीय अधिकारियों ने मांगें पूरा करने का वादा किया था, मगर अब तक कोई लिखित आदेश जारी नहीं किया गया है. पूर्व में दिए गए आश्वासन पर सरकार ने अगर अमल नहीं किया तो राज्य के सभी राजकीय अस्पतालों कार्यरत जूनियर डॉक्टर सोमवार से हड़ताल पर चले जाएंगे.
HIGHLIGHTS
- जूनियर डॉक्टर सोमवार से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं
- कोरोना और ब्लैक फंगस के बीच जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ा सकती हैं
- राज्य में कोरोना पर कुछ काबू पाया गया है, तो दूसरी तरफ ब्लैक फंगस का असर बढ़ रहा है