बाल संप्रेक्षण गृह से बाल अपचारियों के भागने के मामले में कई लोगों पर गिरी गाज. इस मामले में कलेक्टर ने हाऊस मास्टर उमेश यादव को निलंबित कर दिया है. कलेक्टर ने जहां अधीक्षक सरिता चतुर्वेदी को सस्पेंड करने का प्रस्ताव आयुक्त को भेजा है,वहीं संरक्षण अधिकारी बृजराज शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी की है. इसके अलावा आरक्षकों पर कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है.
बता दें मुरैना संप्रेक्षण गृह से 5 बाल अपचारी फरार. बाथरूम की दीवार में सेंध लगाकर रात में पांचों बाल अपचारी फरार हो गए. इन पर हत्या , डकैती , मारपीट के मामले दर्ज थे. बाल संप्रेक्षण गृह से फरार होने वाले दो अपचारी भिण्ड और तीन मुरैना के हैं . मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है. भागने से पहले इन लोगों ने शाम को एक बाल अपचारी की मारपीट भी की थी . इससे पहले 2011 में भी तीन बाल अपचारी दीवार फांदकर भाग गए थे.
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अगस्त 2018 में दुर्ग के पुलगांव स्थित बाल संप्रेक्षण गृह से 11 बच्चे भी फरार हो गए थे. इसी साल खंडवा बाल संप्रेक्षण गृह से अप्रैल में एक रात चार नाबालिग आरोपी की खिड़की तोड़ कर फरार हो गए. यह चारों चोरी, अपहरण और लूट की घटना के आरोपी थे. घटना की जानकारी संप्रेक्षण गृह के कर्मचारियों को अगले दिन सुबह लगी जब चार बच्चे कम पाए गए.
Source : News Nation Bureau