ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद से ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच शह-मात का खेल जारी है. इस बीच BJP ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम राज्यसभा सांसद के लिए उम्मीदवार के तौर पर ऐलान कर दिया है. आपको बता दें कि अब मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसदों के लिए कांग्रेस का समीकरण बिगड़ गया है, पहले यहां से तीन राज्यसभा सांसदों के लिए चुनाव हो रहे थे जिनमें से कांग्रेस दो सीटों पर जीत दर्ज करती हुई दिखाई दे रही थी लेकिन अब बीजेपी जो कि पहले से ही एक सीट पर जीत का दावा कर रही थी सिंधिया को उम्मीदवार बनाने के साथ ही दूसरी सीट पर भी भारी दिखाई दे रही है. बीजेपी ने दूसरी राज्यसभा सीट के लिए हर्ष सिंह चौहान को उम्मीदवार बनाया है.
Former MP CM & BJP leader Shivraj Singh Chouhan: I congratulate Jyotiraditya Scindia and Harsh Singh Chauhan on being named Rajya Sabha candidates from Madhya Pradesh pic.twitter.com/1DQ0EfAFtk
— ANI (@ANI) March 11, 2020
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने सिंधिया को राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने के बाद ट्वीट कर उनको बधाई भी दे दी है. आपको बता दें कि इसके पहले सोमवार और मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से दो-दो बार मुलाकात कर पूर्व कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिख सिंधिया ने साल भर से परेशानी का जिक्र कर इस्तीफा देने का निर्णय सुनाया था. इससे पहले पीएम मोदी और अमित शाह संग बैठक में ही बीजेपी में ज्योतिरादित्य और उनके समर्थक विधायकों की भूमिका पर गहन मंथन हुआ.
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एक घंटे तक हुई थी मोदी-शाह और सिंधिया की बैठक
गौरतलब है कि सोमवार से मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी नाटक के बीच कांग्रेस के बागी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आखिरकार मंगलवार को होली के दिन कांग्रेस को अलविदा कह दिया था. इस्तीफे से पहले सिंधिया सोमवार को पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से एक बार मुलाकात कर चुके थे. ऐसे में सिंधिया मंगलवार सुबह एक बार फिर शाह और फिर उनके साथ पीएम मोदी से उनके घर जाकर मिले. तीनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई थी. माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजे जाने के साथ ही उनके कुछ समर्थक विधायकों को मंत्री पद भी दिया जा सकता है.
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पहले से ही तय हो चुकी थी बीजेपी में सिंधिया की भूमिका
मोदी-शाह और सिंधिया की बैठक में मध्य प्रदेश सरकार और बीजेपी में ज्योतिरादित्य की और उनके समर्थक विधायकों की भूमिका पहले से ही तय हो चुकी थी. ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी में शामिल किए जाने के बाद बीजेपी इस बात को लेकर आश्वस्त हो चुकी थी कि अगले दो-तीन दोनों में कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी. जिसके बाद इस बात के भी कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस के बागी विधायक विधानसभा अध्यक्ष को अपने इस्तीफे भेज सकते हैं. ऐसे विधायकों की संख्या 20 से ज्यादा हो सकती है.
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ज्योतिरादित्य को मिलेगा मंत्री पद!, राज्यसभा सदस्यता
मंगलवार की सुबह पीएम मोदी, शाह और सिंधिया की बैठक में ही यह बात तय हो चुकी थी कि मुताबिक विधायक दल की बैठक में ही ज्योतिरादित्य की राज्यसभा की उम्मीदवारी का ऐलान हो सकता है. ज्योतिरादित्य बुधवार को बीजेपी के टिकट पर राज्यसभा सीट के लिए पर्चा दाखिल कर सकते हैं. और बुधवार को ठीक वैसा ही हुआ.