मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सियासी ड्रामा से धीरे-धीरे परदा उठ रहा है. दिल्ली में ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) समर्थक पूर्व विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को ज्वाइन कर लिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई है. MP कांग्रेस के 22 पूर्व विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन की. इससे पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस के बागी विधायक बेंगलुरू से दिल्ली पहुंचे थे.
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कांग्रेस के बागी विधायकों ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. उनके साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे. इस दौरान जेपी नड्डा ने सभी विधायकों को बीजेपी की सदस्यता दिलाई है. सभी विधायक कांग्रेस के इस्तीफा देने के बाद बेंगलुरू चले गए थे. इसके बाद से वहीं एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए थे. इन्होंने चिट्ठी लिखकर विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा भेज दिया था. कई दिनों पर इनके इस्तीफे को लेकर राजनीति जारी रही. शुरुआत में 6 विधायकों को इस्तीफा मंजूर किया गया. इसके बाद स्पीकर ने गुरुवार की देर रात सभी विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए.
कमलनाथ ने दिया इस्तीफा
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराने में इन विधायकों का अहम रोल रहा है. इन विधायकों के इस्तीफे के बाद ही मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी. सभी बागी विधायकों ने स्पीकर को अपने इस्तीफे भेज दिए थे. इसके बाद सभी भोपाल से बेंगलुरू से लिए रवाना हो गए थे. इन सभी बागी विधायकों को कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया का करीबी माना जाता है.
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वहीं, भाजपा विधायक अरविंद भदौरिया ने दावा किया है कि प्रदेश में भाजपा (BJP) को निर्दलीय, बसपा और सपा विधायकों का समर्थन हासिल है. उन्होंने कहा कि लगभग सभी निर्दलीय विधायक हमारे साथ हैं. सपा और बसपा के विधायक पहले से ही हमारे साथ थे, फिलहाल वे यहां नहीं हैं लेकिन हमारी उनसे बात हो गई है. ये सभी विधायक प्रदेश में सकारात्मक राजनीति चाहते हैं.