कांग्रेस नेतृत्व पर हमले जारी रखते हुए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस में काबिल नेताओं पर सवालिया निशान खड़ा किया जाता है और उनके पूर्व दलीय सहयोगी सचिन पायलट (Sacnin Pilot) ने भी हाल ही में यही स्थिति झेली है. कांग्रेस का दामन छोड़कर पांच महीने पहले भाजपा में शामिल होने वाले सिंधिया ने यहां संवाददाताओं से कहा, पायलट मेरे मित्र हैं. उन्होंने जो पीड़ा झेली है, उससे सब लोग वाकिफ हैं.
कांग्रेस किस तरह इतने विलंब के बाद अपना घर दुरुस्त करने की कोशिश कर रही है, इस बात से भी सब वाकिफ हैं. उन्होंने कहा, यह दु:ख की बात है कि कांग्रेस में काबिलियत पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया जाता है. यही स्थिति मेरे पूर्व सहयोगी (पायलट) ने भी झेली है. सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया है, अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया गया है और चीन को ईंट का जवाब पत्थर से दिया गया है.
कांग्रेस अब पूरी तरह से विफलता की ओर
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि मोदी सरकार के इन अहम कदमों के बाद कांग्रेस अब पूरी तरह विफलता की राह पर जा रही है. ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ की एक रिपोर्ट की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर फेसबुक तथा व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हुए मतदाताओं को प्रभावित करने के लिये फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाया है. इस आरोप को लेकर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर सिंधिया ने कहा, इंटरनेट एक स्वतंत्र माध्यम है, लेकिन जनता का विश्वास खोने वाले लोगों के पास जब कहने को कुछ नहीं होता है, तो इन मुद्दों को पकड़ा जाता है.
कांग्रेस पार्टी को ये नहीं पता कि उसके नेता क्या कर रहे हैं
सिंधिया ने हालांकि कहा, मैं इस बात का पक्षधर हूं कि फेसबुक, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया मंचों पर किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कही जाने वाली आपत्तिजनक बातों पर सख्ती से लगाम लगायी जानी चाहिये. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा वर्ष 1985 में अयोध्या में राम मंदिर का ताला खुलवाये जाने को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के एक कथन से जुड़े सवाल पर सिंधिया ने दावा किया कि इसी पार्टी के नेता शशि थरूर राम मंदिर मुद्दे पर इसके विरोधाभासी बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा, कांग्रेस (राम मंदिर मुद्दे पर) अपने आप में उलझ रही है. इस पार्टी को नहीं पता कि उसके नेताओं ने क्या किया है और क्या नहीं?
Source : News Nation Bureau