इंदौर में निगमकर्मी पिटाई मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय को कच्चा खिलाड़ी बताया है. उन्होंने कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. कैलाश विजयवर्गीय ने मुझे लगता है कि आकाश और नगर निगम के कमिश्नर दोनों पक्ष कच्चे खिलाड़ी हैं. यह एक बड़ा मुद्दा नहीं था, लेकिन इसे बहुत बड़ा बना दिया गया.
यह भी पढ़ें- मुख्यमंत्री कमलनाथ की OSD प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव के खिलाफ केस दर्ज, धमकाने का आरोप
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुझे लगता है कि अधिकारियों को अहंकारी नहीं होना चाहिए, उन्हें जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए. मैंने इसकी कमी देखी है. दोनों को समझना चाहिए, ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं पार्षद, मेयर और विभागीय मंत्री रहा हूं. हम बारिश के दौरान किसी भी आवासीय भवन को ध्वस्त नहीं करते हैं. मुझे नहीं पता कि सरकार ने इस मामले में कोई आदेश जारी किया था. अगर ऐसा हुआ है, तो यह उनकी ओर से गलती है.
इंदौर नगर निगम पर निशाना साधते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अगर कोई बिल्डिंग गिराई गई, तो उसके निवासियों के लिए एक ‘धर्मशाला’ में रहने की व्यवस्था की जाती है. नगर निगम ने इस मामलों को ठीक से नहीं सम्भाला. मौके पर महिला स्टाफ और महिला पुलिस होनी चाहिए थी. यह अपरिपक्व कदम था, ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए.
यह भी पढ़ें- आकाश विजयवर्गीय की बढ़ी मुश्किलें, कार्यालय में हर्ष फायरिंग को लेकर केस दर्ज
ध्यान रहे कि 26 जून को बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर में एक जर्जर मकान को तोड़ने आए नगर निगम के अमले की कार्रवाई पर भड़क गए थे. उन्होंने क्रिकेट के बल्ले से नगर निगम के एक अफसरों की पिटाई कर दी थी. इसके बाद उन्हें इस मामले में जेल जाना पड़ा था. रविवार को आकाश जमानत पर रिहा हुए हैं.
यह वीडियो देखें-