मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ज्येातिरादित्य सिंधिया को भाजपा ने दूल्हा तो बना दिया मगर दामाद नहीं बनने देगी. राज्य में हो रहे विधानसभा के उप-चुनाव में बड़ा मलेहरा और अशोकनगर में कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे कमल नाथ ने बुधवार को सिंधिया के 'टाइगर अभी जिंदा है' के बयान पर तंज कसते हुए कहा 'टाइगर जिंदा है नहीं, अब तो टाइगर शमिंर्दा है'. उन्होंने आगे कहा कि, भाजपा ने सिंधिया को दूल्हा तो बना लिया लेकिन दामाद कभी नहीं बनने देगी.
शिवराज सिंह चौहान पर हमला करते हुए कमल नाथ ने कहा, आज शिवराज सिंह चौहान अपने 15 साल का और वर्तमान सात माह का हिसाब नहीं दे रहे हैं. रोज झूठ बोल रहे हैं, मुझे लगा था सत्ता से जाने के बाद वे सुधर जाएंगे लेकिन अब तो झूठ बोलने के साथ-साथ उन्होंने एक्टिंग भी शुरू कर दी है. कभी घुटनों के बल बैठ जाएंगे, कभी कहेंगे कि मैं तो झोला लेकर जा रहा हूं. इनकी कलाकारी का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है.
कमल नाथ ने आगे कहा कि शिवराज सिंह चौहान कलाकारी में शाहरुख और सलमान खान को भी पीछे छोड़ देंगे. इन्हें तो झोला टांगकर मुंबई चले जाना चाहिए, कम से कम कलाकारी में तो मध्य प्रदेश का नाम रोशन करेंगे. भाजपा पर सौदेबाजी की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कमल नाथ ने कहा भाजपा ने प्रदेश को देश भर में बिकाऊ राजनीति से कलंकित किया. इनका बस चले तो ये पंचायत का चुनाव भी नहीं कराएं, नगर निगम का चुनाव भी नहीं कराएं, ये तो बोली से ही पार्षद और सरपंच चुन लें.
भाजपा के शासन काल का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, 15 वर्ष की सरकार के बाद इन्होंने हमें कैसा प्रदेश सौंपा, जो किसानों की आत्महत्याओं में, महिलाओं पर अत्याचार में, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार में नंबर वन था. कौन सी चुनौतियां हमारे सामने नहीं थी? शिवराज सिंह चौहान से पूछना चाहता हूं कि बताये बुंदेलखंड पैकेज का क्या हुआ? वे जान लें हमारी सरकार आ रही है, हम व्यापम, ई टेंडर की तरह बुंदेलखंड पैकेज की पाई-पाई का भी हिसाब लेंगे.
अपनी सरकार के सवा साल का हिसाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, शिवराज सरकार में प्रदेश में निवेश नहीं आता था क्योंकि विश्वास का माहौल नहीं था. प्रदेश की पहचान माफिया, मिलावटखोरों और भ्रष्टाचार से थी. मैंने किसानों का कर्ज माफ कर, माफियाओं और मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर, 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली देकर, गौशाला बनाकर, कन्या विवाह की राशि बढ़ा कर, किसानों को आधी दर में बिजली देकर, पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिषत आरक्षण देकर, क्या कोई पाप-गलती-गुनाह किया? हां मेने एक गलती जरूर की कि मैंने सौदेबाजी नहीं की, मैं तो मुख्यमंत्री था सौदेबाजी कर सकता था, लेकिन प्रदेश का नाम कलंकित नहीं करना चाहता था, प्रदेश की पहचान बिकाऊ राजनीति के रूप में नहीं बनाना चाहता था.
Source : News Nation Bureau