मध्य प्रदेश में राजनीतिक हलचल मची हुई है. कांग्रेस जहां इस संकट से निकलने की जुगत में जुटी हुई है. वहीं बीजेपी ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) के स्वागत में जुट गई है. 12 मार्च को ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होंगे. शिवराज सिंह चौहान भी सरकार बनाने में जुट गए हैं. इस बीच कांग्रेस ने दावा किया है कि वो विधानसभा सभा में बहुमत साबित कर देंगे.
कांग्रेस नेता शोभा ओझा (shobha oza) ने बताया कि कमलनाथ ने विधायक दलों के साथ बैठक की. निर्दलीय समेत सभी कांग्रेस विधायक बैठक में मौजूद थे. हमारी संख्या अच्छी है, इसलिए एकजुट होकर लड़ाई लडेंगे. उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार को कोई खतरा नहीं है. अनुपस्थित विधायक हमारे संपर्क में हैं.
इसके साथ ही शोभा ओझा ने कहा कि जिन लोगों को गायब किया गया है उनसे कहा गया है कि सिंधिया जी राज्यसभा की मांग की है इसलिए उन्हें साथ आने की जरूरत है.
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वहीं पीसी शर्मा ने विधायक दलों की बैठक के बाद कहा कि जो लोग बाहर गए थे उन्हें सिंधिया और राज्यसभा के लिए ले जाया जा रहा है. उनके साथ दोखा हुआ है. हम विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेंगे.
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इधर, बेंगलुरु में ठहरे कांग्रेस (Congress) के 19 बागी विधायकों के त्यागपत्रों की मूल प्रति बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को सौंपी. विधायकों के इस्तीफों की मूल प्रति विशेष विमान से बेंगलुरु से यहां लाई गई. इसबीच, मध्यप्रदेश में अब तक कांग्रेस के 22 बागी विधायक अपने त्यागपत्र दे चुके हैं और प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर आ गई है. इससे पहले सिंधिया खेमे के कांग्रेस के इन 19 बागी विधायकों ने अपने त्यागपत्र ई-मेल के जरिए मंगलवार को राजभवन (राज्यपाल निवास) भेजे थे. इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.