कर्नाटक में भले ही एचडी कुमारस्वामी की सरकार गिराने में बीजेपी सफल रही है, लेकिन मध्य प्रदेश में भाजपा के नेताओं को मुंह की खानी पड़ी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Madhya Pradesh CM Kamal Nath) ने बीजेपी (BJP) पर पलटवार करते हुए विधानसभा में एक बिल पर विभाजन की मांग की थी. इस दौरान बीजेपी के दो विधायकों ने कमलनाथ सरकार के समर्थन में वोट किया. इसकी जानकारी खुद सीएम कमलनाथ ने दी है.
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मध्य प्रदेश विधानसभा में बुधवार को आपराधिक कानून (संशोधन) बिल लाया गया. इस दौरान बिल पर मतदान हुआ, जिसमें कमलनाथ की सरकार के पक्ष में 122 वोट पड़े. बीजेपी के 2 विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने कमलनाथ सरकार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की. हालांकि, सूत्रों का कहना था कि कर्नाटक के बाद अब मध्य प्रदेश की सरकार गिर सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बीजेपी की किरकिरी हो गई है.
विधानसभा में वोटिंग के बाद मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा, बीजेपी का कहना है कि हम अल्पसंख्यक हैं और किसी भी दिन गिर सकते हैं. आज विधानसभा में मतदान (आपराधिक कानून संशोधन पर) भाजपा के दो विधायकों ने हमारे सरकार के पक्ष में मतदान किया. कर्नाटक में कांग्रेस-जनता दल सेकुलर (जेडीएस) गठबंधन की सरकार गिरने के बाद ऐसी चर्चा तेज हो गई है कि बीजेपी मध्य प्रदेश में भी कुछ उलटफेर कर सकती है. इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह कई बार बोल चुके हैं, लेकिन बुधवार को इससे उलट वाकया हुआ.