कांग्रेस (Congress) महंगाई के खिलाफ 4 सितंबर को दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है. इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए देश भर के कांग्रेस नेता दिल्ली पहुंच रहे हैं. वहीं, एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) इस प्रदर्शन में शामिल नहीं होंगे. बताया जा रहा है कि कमलनाथ विदेश चले गए हैं. कमलनाथ लंबे समय से दिल्ली में कांग्रेस के किसी आंदोलन में शामिल नहीं हुए हैं. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ भी कमलनाथ के राजनीतिक समीकरण बेहतर नहीं बताए जाते हैं. ऐसे में कमलनाथ कांग्रेस हाईकमान को बहुत तवज्जो भी नहीं दे रहे हैं.
नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ईडी द्वारा की जा रही पूछताछ के दौरान दिल्ली में केंद्र सरकार और ईडी के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन में भी कमलनाथ शामिल नहीं हुए थे. कलमनाथ ने 5 अगस्त को महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ हुए आंदोलन से भी दूरी रखी थी. गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद जहां अनेक कांग्रेस नेताओं के राहुल गांधी के समर्थन में बयान आए थे, लेकिन कमलनाथ ने इस मामले में एक भी शब्द नहीं बोला. कलमनाथ लगातार कांग्रेस की राष्ट्रीय बैठकों से भी दूरी रख रहे हैं. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी उनकी कोई रुचि नहीं दिखाई दे रही है.
कांग्रेस हाईकमान की मंजूरी के बिना ही 2023 विधानसभा चुनाव में को लेकर कमलनाथ सीएम कैंडिडेट बन चुके हैं. भाजपा प्रवक्ता नेहा बग्गा का कहना है कि एमपी में कमलनाथ कांग्रेस चल रही है. कमलनाथ की कांग्रेस से कार्यक्रमों से दूरी साफ बता रही है कि आपस में घमासान चल रहा है. बग्गा के अनुसार नाथ अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता फिरोज सिद्धिकी का कहना है कि कमलनाथ लगातार कांग्रेस हाईकमान के संपर्क में हैं और और उनके निर्देश पर ही काम कर रहे हैं. एक जमाने में दिल्ली में कांग्रेस के मुख्य किरदार माने जाने वाले कमलनाथ की राष्ट्रीय कार्यक्रमों से दूरी की बड़ी वजह यह भी है कि उन्होंने पूरा फोकस एमपी में किया हुआ है. कमलनाथ की दिल्ली से दूरी का क्या नतीजा होगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.
Source : Nitendra Sharma