शिवराज सिंह वायरल वीडियो पर एक बार फिर एमपी की राजनीति गर्मा गई है. वीडियो से छेड़छाड़ के आरोप में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ उनके बचाव में उतर आए हैं. उन्होंने दिग्विजय का साथ देते हुए शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा, 'दिग्विजय सिंह पर दर्ज प्रकरण की कड़ी निंदा करता हूं. बीजेपी सरकार प्रदेश में निरंतर कांग्रेस के नेताओं पर दमनकारी कार्रवाई कर अपनी विद्वेष और दुर्भावना वाली सोच को प्रदर्शित कर रही है.'
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर दर्ज हुए प्रकरण की कड़ी निंदा करता हूँ।
भाजपा सरकार प्रदेश में निरंतर कांग्रेस के नेताओ पर दमनकारी कार्यवाही कर अपनी विद्वेष व दुर्भावना वाली सोच को प्रदर्शित कर रही है।
1/3— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 15, 2020
उन्होंने आगे कहा, 'सरकारें आती जाती रहती है लेकिन बीजेपी प्रदेश में एक ग़लत परंपरा को जन्म दे रही है. बीजेपी से जुड़े लोग कांग्रेस के नेताओ के ख़िलाफ़ निरंतर डर्टी पॉलिटिक्स कर उनकी छवि बिगाड़ने का काम करते है वो एक वायरल विडीओ पर दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ झूठी शिकायत कर रहे है.' कमलनाथ ने ये भी कहा कि यदि कोई विडीओ एडिटेड है तो कार्यवाही एडिटेड विडीओ बनाने वाले के ख़िलाफ़ होनी चाहिये लेकिन दिग्विजय सिंह पर कार्यवाही समझ के परे है ?
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा, 'शिवराज जी ने कई ट्वीट में गलत जानकारी की बात कई बार सामने आई है. कई बार कांग्रेस को कोसने के लिए झूठ परोसा गया, कई बार हमने गलतियों के लिए उनका ध्यान आकर्षित किया, उनके ट्वीट में सुधार करवाया लेकिन अफवाह फैलाने का प्रकरण दर्ज नहीं कराया.'
ख़ुद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज जी के कई ट्वीट में ग़लत जानकारी की बात कई बार सामने आयी।
कई बार कांग्रेस को कोसने के लिये झूठ परोसा गया , कई बार हमने ग़लतियों के लिये उनका ध्यान आकर्षित किया , उनके ट्वीट में सुधार करवाया लेकिन अफ़वाह फैलाने का प्रकरण दर्ज नहीं कराया।— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) June 15, 2020
दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज सिंह की फेक वीडियो शेयर करने पर अपनी सफाई दी है. उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा, 'मैंने शिवराज सिंह चौहान के इलाके में आदिवासियों को ठगने का प्रकरण उठाया था, उसी से डरकर भाजपा ने मेरे खिलाफ केस दर्ज कराया है. मैं मांग करता हूं कि चिटफंड कंपनी के खिलाफ दर्ज FIR की तत्काल जांच हो. फेक वीडियो में जांच करानी ही है तो उसकी कराएं जिसने ये फर्जी वीडियो बनाया है.'
मैंने शिवराज सिंह चौहान के इलाके में आदिवासियों को ठगने का प्रकरण उठाया था, उसी से डरकर भाजपा ने मेरे ख़िलाफ़ केस दर्ज कराया है। मैं मांग करता हूं कि चिटफंड कंपनी के खिलाफ दर्ज FIR की तत्काल जांच हो।fake video में जांच करानी ही है तो उसकी कराएं जिसने ये फर्जी वीडियो बनाया है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 15, 2020
इसमें कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर रविवार की दोपहर को एक वीडियो डाला है. इस वीडियो के साथ लिखा है कि 'मदिरालय खोल दिए पर मंदिरों और पूजा स्थलों पर लॉकडाउन. वाह रे मामा इतना पिलाओ के पड़े रहें.'
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बीजेपी की ओर से पुलिस में की गई शिकायत में बताया गया है कि शिवराज सिंह चौहान ने जनवरी 2020 में तत्कालीन कमल नाथ सरकार की आबकारी नीति को लेकर संवाददाताओं से चर्चा के दौरान शराब दुकानें गांव-गांव में खोले जाने का विरोध किया गया था.
यह बयान दो मिनट 19 सेकेंड का है, जिसे शिवराज ने अपने ट्विटर एकाउंट पर डाला था, जिसे दिग्विजय सिंह और उनके साथियों ने चोरी कर काट-छांट कर उसे नौ सैकेंड का तैयार कर ट्विटर पर डाला है. यह कृत्य बीजेपी की वर्तमान सरकार और मुख्यमंत्री चौहान की छवि को धूमिल करने के मकसद से किया गया है.
Source : News Nation Bureau