मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क से एक बार फिर बुरी खबर सामने आई है. यहां मंगलवार को नामीबिया से लाए गए चीते पवन(पहले ओबान) की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि चीते पवन का शव जंगल के बरसाती नाले में पड़ा हुआ मिला था.
आशंका जताई जा रही है कि पवन की नाले में डूबने से जान गई है. फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जिसके बाद ही मौत की असली वजह सामने आ सकेगी. वहीं दूसरी ओर खुले जंगल में छोड़े गए चीते पवन की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है. यहां महज 12 वयस्क और 12 शावक चीते बचे हुए हैं.
शरीर पर नहीं थे चोट के निशान
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे नामीबियाई नर चीता पवन का शव झाडियों में नाले के किनारे पड़ा मिला था. बारिश के कारण नाला पानी से भरा हुआ था. इसके बाद कूनो के वेटनरी डॉक्टर्स को सूचित किया गया और बारीकी से जांच करने पर पाया गया कि चीते के सिर सहित शरीर का अगला आधा भाग पानी के अंदर था. इसके अलावा शरीर पर कहीं भी कोई बाहरी चोट नहीं दिख रही थी. शुरुआती जांच में सामने आया कि मौत पानी में डूबने से हुई लग रही है. बाकी चीजें पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो सकेंगी.
इन आठ चीतों की बीमारी या हादसे से मौत
26 मार्च 2023 साशा की मौत
23 अप्रैल 2023 नर चीता उदय की मौत
9 मई 2023 मादा चीता दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत
11 जुलाई 2023 आपसी संघर्ष में नर चीता तेजस की मौत
14 जुलाई 2023 आपसी संघर्ष में नर चीता सूरज की मौत
2 अगस्त 2023 इंफेक्शन से मादा चीता धात्री की मौत
16 जनवरी, 2024 को चीता शौर्य की मौत
27 अगस्त 2024 को चीता पवन की मौत
अब तक 12 चीतों की मौत
बता दें कि इससे पहले भी एक शावक की मौत हुई थी. बीते 5 अगस्त को ही मादा चीता गामिनी के गर्भ से जन्मे एक शावक ने दम तोड़ा था. रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर के बाद चल रहे इलाज के बाद शावक ने दम तोड़ा था. पिछले साल से लेकर अब तक 5 शावकों सहित कुल 12 चीतों की जान जा चुकी है. वहीं वर्तमान में कूनो नेशनल पार्क के अंदर कुल 24 चीते और 12 शावक ही जीवित बचे हैं.