मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भाजपा के राजगढ़ सांसद रोडमल नागर के खिलाफ राजगढ़ सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव गुना सीट पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की महत्वपूर्ण बैठक में ये फैसला लिया गया है. वहीं खबर है कि, कांग्रेस पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को भी बतौर उम्मीदवार मैदान में उतार सकती है.
रोडमल नागर, जिन्हें भाजपा ने राजगढ़ सीट से उतारा है वे दो बार यहां से सांसद चुने गए हैं. उन्होंने 2014 और 2019 में जीत हासिल की थी.
गौरतलब है कि, साल 2020 में मध्य प्रदेश कांग्रेस में दिग्विजय सिंह और सिंधिया के बीच राज्यसभा के टिकट को लेकर तल्खी के चलते पार्टी में फूट पड़ गई, जिसके बाद सिंधिया कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हो गए और अगले दो सालों में कांग्रेस की सरकर गिर गई. हालांकि 2019 का लोकसभा चुनाव सिंधिया और दिग्विजय दोनों के लिए काफी बुरा रहा, क्योंकि भोपाल सीट से भाजपा की प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दिग्विजय को हराया था, जबकि गुना सीट से बीजेपी के केपी यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार सिंधिया को नके गढ़ में करारी शिकस्त दी.
हालांकि भाजपा ने इस बार केपी यादव का टिकट नहीं दिया है, उनकी जगह गुना सीट से बीजेपी ने सिंधिया को बतौर उम्मीदवार उतारा है.
जानें लें कि, गुना मध्य प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों में हाई प्रोफाइल सीट मानी जाती है. ऐसे में कांग्रेस ने यहां से मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव को उताने का फैसला कर सकती है, जिन्हें प्रदेश में बतौर ओबीसी नेता की पहचान हासिल है.
पिछले लोकसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था, कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ की एक सीट छिंदवाड़ा के अलावा कांग्रेस के पाले में कोई और सीट नहीं गिरी थी.
Source : News Nation Bureau