मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में भोपाल सीट सबसे महत्वपूर्ण है. महत्वपूर्ण इस लिहाज से भी है क्योंकि यह पिछले कई सालों से बीजेपी का गढ़ बना हुआ है. यहां से बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को यहां से टिकट दिया था. 12 मई को छठे चरण के अंतर्गत भोपाल सीट पर मतदान हुआ.
चुनाव की शुरुआत से ही यह सीट विवादों से घिरी रही. साध्वी प्रज्ञा ने कभी शहीद हेमंत करकरे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की तो वहीं नाथूराम गोडसे को देशभक्त भी बता दिया. अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहते हुआ साध्वी प्रज्ञा ने माफी भी मांगी. कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने हालांकि इस चुनाव में ऐसा कुछ भी नहीं बोला जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़े.
अपनी जीत के लिए कंप्यूटर बाबा के साथ उन्होंने भोपाल में धूनी भी रमाई. कांग्रेस की जनसभाओं में लाइट कटने को लेकर भी वह बीजेपी पर हमलावर होते रहे. 12 मई को मतदाताओं ने साध्वी और दिग्विजय सिंह की किस्मत का फैसला कर दिया है. आज जब वोटों का पिटारा खुलेगा तो पता चलेगा कि कौन जीता.
Source : News Nation Bureau