चुनावी राजनीति में ऐसा देखने-सुनने को कम मिलता है. इस बारे में सुनकर आप भी चौंक जाएंगे. दरअसल मध्य प्रदेश बीजेपी के दिग्गज नेता बाबूलाल गौर ने अप्रत्याशित कदम उठाया है. वो भी मतदान के एक दिन बाद ही. बाबूलाल गौर ने विरोधी कांग्रेस विधायक आरिफ अकील को जीत की बधाई दे दी है. इतना ही नहीं दोनों नेता एक-दूसरे को मदद के लिए खुले दिल से धन्यवाद भी कहते नजर आ रहे हैं.
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गौर और अकील के बीच इसे सौजन्य मुलाकात समझने से पहले यह भी ध्यान रखना होगा कि शिवराज मंत्रिमंडल से बाबूलाल गौर को अचानक ही बाहर का रास्ता दिखाया गया था और उसके बाद उम्र का हवाला देकर उन्हें टिकट की दौड़ से भी बाहर कर दिया गया. कड़ी मशक्कत के बाद ही बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा गौर को उनकी सीट गोविंदपुरा से पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा. चुनाव से पहले कांग्रेस ने बाबूलाल गौर को चुनाव लड़ने का खुला ऑफर दिया था. लिहाजा पार्टी के नेतृत्व से नाराज गौर की आरिफ अकील से मुलाकात के कई सियासी मायने हैं और इस मुलाकात से शुरू हुआ रास्ता दूर तलक जाएगा.
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बता दें कि टिकट वितरण के दौरान बाबूलाल गौर की नाराजगी खुलकर सामने आ गई थी. बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था, जिससे वो खुलकर बगावती तेवर अपनाये हुए थे. तब एक नारा भी चर्चा में आया था 'बाबूलाल गौर, एक बार और'. बाद में बीजेपी ने उनकी बहु कृष्णा गौर को चुनाव मैदान में उतारा था, तब जाकर वे शांत हुए थे. हालाँकि अब विरोधी को जीत की बधाई देकर उन्होंने मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़ा संकेत दिया है.
Source : News Nation Bureau