Advertisment

मध्य प्रदेश में बेटी की अंधियारी जिंदगी में आई 'रौशनी', युवक ने शादी कर पेश की मिसाल

भिंड जिले के लेागों ने सामूहिक प्रयास कर बचपन से दिव्यांग (आंखों से अंधी) बालिका की नौजवान से धूमधाम से शादी कर समाज के सामने एक अनुकरणीय नजीर पेश की है.

author-image
yogesh bhadauriya
एडिट
New Update
मध्य प्रदेश में बेटी की अंधियारी जिंदगी में आई 'रौशनी', युवक ने शादी कर पेश की मिसाल

एमपी के भिंड जिले का है मामला.

Advertisment

ग्वालियर-चंबल इलाके की पहचान यूं तो अपराध और दस्यु समस्या के कारण आपराधिक क्षेत्र के तौर पर रही है, मगर यहां नरम दिल और पीड़ितों के मददगार लोगों की संख्या भी कम नहीं है. भिंड जिले के लेागों ने सामूहिक प्रयास कर बचपन से दिव्यांग (आंखों से अंधी) बालिका की नौजवान से धूमधाम से शादी कर समाज के सामने एक अनुकरणीय नजीर पेश की है. वहीं एक युवक ने दिव्यांग को अपनाकर बेसहारा का सहारा बनने का संदेश दिया है. भिंड जिले के मुकुट सिंह का पुरा (बबेड़ी) में रहने वाले रामशरण सिंह चौहान के परिवार में चार बेटियां जन्म से अंधी हैं. उनके लिए जवान हो रही बड़ी बेटी चांदनी की जिंदगी की चिंता सताए जा रही थी, मगर आसपास पास के लोगों और कुछ समाजसेवियों ने चांदनी की जिंदगी सुखमय बनाने का संकल्प लिया.

यह भी पढ़ें-मध्‍य प्रदेशः नरेंद्र मोदी को फिर टक्‍कर देना चाहते हैं शिवराज सिंह चौहान ! ऐसा दिया संदेश कि हो गए Troll

समाजसेवी राजेश शर्मा का कहना है कि रामशरण के परिवार की मदद हर कोई करना चाहता था, यही कारण है कि इस परिवार में जन्मांध लोगों की मदद के लिए सभी तरफ से मदद मिली. अब उसकी बड़ी बेटी चांदनी की शादी अजनौधा में रहने वाले रतन सिंह धाकरे के बेटे धर्मेद्र के साथ हुई. पूरी तरह स्वस्थ धर्मेद्र ने चांदनी को अपनाकर समाज को संदेश दिया है कि कोई किसी कमी के चलते कमजोर नहीं होता, उसे सहारा देकर खड़ा किया जा सकता है.

चांदनी और धर्मेद्र बिहारी बाल मंदिर परिसर में आयोजित समारोह में भव्य समारोह में परिणय सूत्र में बंधे. इस मौके पर भिंड के तमाम राजनीतिक नेताओं के साथ प्रशासनिक अधिकारी व समाजसेवी उपस्थित रहे. सामाजिक कार्यकर्ता मनीष राजपूत ने बताया है कि इस तरह का विवाह समारोह कम ही देखने को मिलता है, जब किसी की अंधियारी जिंदगी दाम्पत्य जीवन में प्रवेश कर उजियारी हो रही हो. एक नेत्रहीन युवती को अपनाना किसी धार्मिक पुनीत कार्य से कम नहीं है. राजपूत के अनुसार, एक नेत्रहीन युवती की शादी की सूचना सांसद और पूर्व मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तक पहुंची तो उन्होंने ने भी चांदनी को शुभकामना संदेश भेजकर उसके सुखमय जीवन की कामना की. सिंधिया ने चांदनी के पिता रामशरण सिंह को पत्र लिखकर शुभकामनाएं दी और नवदंपति के जीवन में खुशहाली आए कामना की. चांदनी को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत लाल मीणा ने गोद लिया था. विवाह समारोह में विधायक ओ.पी.एस. भदौरिया, अरविंद सिंह भदौरिया, संजीव सिंह कुशवाहा, सांसद भागीरथ प्रसाद भी मौजूद रहे.

पंजाब नेशनल बैंक के असिस्टेंट रीजनल मैनेजर अशोक शर्मा ने इस प्रयास को अनुकरणीय बताते हुए लोगों से अपील की है कि वे शारीरिक दुर्बलता को अपराध न मानें, बल्कि ऐसे लोगों को अपनाकर उनकी जिंदगी को रोशन करें. चांदनी की पिछले महीने धूमधाम से गोदभराई की रस्म हुई और वह धर्मेद्र के साथ गुरुवार को परिणय सूत्र में बंधी. दूल्हा धर्मेद्र उसे अपने साथ शुक्रवार को विदा कर अपने घर ले गया. आने वाले दिनों में चांदनी का जीवन नई रोशनी भरा होगा, यही सभी ने मंगल कामना की.

Source : News Nation Bureau

madhya-pradesh bhind MP Gwalior Chambal blind giirl
Advertisment
Advertisment