मध्य प्रदेश के मुखिया कमलनाथ को धमकी देने वाले पूर्व विधायक और बीजेपी नेता सुरेंद्रनाथ सिंह की मुश्किलें बढ़ गई है. भारतीय जनता पार्टी ने सुरेंद्रनाथ सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और उनसे 15 दिन के अंदर जवाब मांगा है. इस मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से फोन पर बातचीत की.
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सुरेंद्रनाथ सिंह के बयान पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह भी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. माना जा रहा है कि सुरेंद्रनाथ सिंह के खिलाफ बीजेपी कोई बड़ी कार्रवाई कर सकती है. राकेश सिंह भी पूर्व विधायक के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दे चुके हैं. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा था कि पार्टी को लगेगा कि कार्रवाई लायक विषय है तो कार्रवाई करेंगे. साथ ही उन्होंने भाजपा को देश की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा अनुशासित पार्टी बताया. हालांकि सुरेंद्रनाथ सिंह के बयान पर राकेश सिंह संभल के बोलते नजर आए.
गौरतलब है कि इंदौर से विधायक आकाश विजयवर्गीय के 'बल्लाकांड' के बाद अब सुरेंद्रनाथ सिंह के बयान ने बीजेपी के सामने नई मुसीबत खड़ी कर दी है. पूर्व विधायक के बयान को लेकर जहां कांग्रेस हमलावर हो गई है, वहीं बीजेपी को रक्षात्मक रुख अपनाना पड़ रहा है. जहां पूर्व विधायक के बयान पर पार्टी ज्यादा कुछ बोलने को तैयार नहीं है, वहीं कांग्रेस ने बीजेपी के 'चाल और चरित्र' पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
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कांग्रेस ने राकेश सिंह को डमी अध्यक्ष करार देते हुए कहा कि आकाश विजयवर्गीय के बल्लाकांड के बाद राकेश सिंह इतने खौफ में थे कि वह चार बार इंदौर आने से बचते रहे. यही नहीं सुरेंद्रनाथ सिंह के बयान पर भी कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति लेते हुए राकेश सिंह को आड़े हाथों लिया. कुल मिलाकर आकाश विजयवर्गी का बल्ला और सुरेंद्रनाथ सिंह की धमकी एक राजनीतिक रंग ले चुकी है. विधानसभा में भी कांग्रेस विधायकों ने पूर्व विधायक के बयान पर हंगामा किया.
बता दें कि भोपाल में गुरुवार को बिजली बिल और गुमटी वालों को विस्थापित किए जाने के विरोध में पूर्व विधायक और बीजेपी नेता सुरेंद्रनाथ सिंह ने प्रदर्शन किया था. इसके अलावा उन्होंने विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि अगर गरीबों के साथ अन्याय हुआ तो सड़कों पर खून बहेगा और वो खून कमलनाथ का होगा. सुरेंद्रनाथ के इस बयान पर राज्य की सियासत गरमा गई. पार्टी ने सुरेंद्रनाथ के बयान से किनारा कर लिया.
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इस बयान के बाद सुरेंद्रनाथ को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. हालांकि कोर्ट ने बीजेपी नेता को चार मामलों में 30-30 हजार रुपये के मुचलकों पर जमानत मिल गई. पुलिस के अनुसार, पूर्व विधायक सिंह को शुक्रवार को गिरफ्तार कर विशेष न्यायाधीश सुरेश सिंह की अदालत में पेश किया गया. राज्य में सांसद और विधायकों के मामलों की सुनवाई के लिए विशेष अदालत गठित की गई है.
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