मध्य प्रदेश में उपचुनाव (MP Bypolls) से पहले सियासी बयानबाजी का दौर जारी है. बीजेपी और कांग्रेस लगातार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है. एक तरफ जहां बीजेपी ने कांग्रेस नेता कमलनाथ को इमरती देवी पर दिए गए बयान पर घेरा था. वहीं अब कमलनाथ ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए है. इसके साथ ही चुनाव आयोग को निष्पक्ष चुनाव के लिए पत्र भी लिखा है.
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कमलनाथ ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, 'BJP को स्पष्ट लग रहा है कि इस चुनाव के क्या परिणाम आने वाले हैं। 10 नवंबर का इतना डर लग रहा है कि वे फिर से बाज़ार में चल पड़े हैं कि जो मिल जाए उसे खरीद लो. मुझे कई विधायकों के फोन आए हैं कि BJP उनको फोन कर रही है और ऑफर दे रही है.'
इसके आगे उन्होंने कहा, 'मार्च महीने में मैंने सौदेबाजी की राजनीति से इंकार कर दिया था, सौदेबाजी की राजनीति मैं भी कर सकता था। मैंने चुनाव आयोग को आज पत्र लिखा है कि ये चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए.'
मार्च महीने में मैंने सौदेबाजी की राजनीति से इंकार कर दिया था, सौदेबाजी की राजनीति मैं भी कर सकता था। मैंने चुनाव आयोग को आज पत्र लिखा है कि ये चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ https://t.co/pTkg5PDi3y
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 26, 2020
बता दें कि राज्य में तत्कालीन 22 विधायकों ने अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा था, जिससे कमल नाथ की सरकार गिर गई थी. उसके बाद तीन और विधायकों ने इस्तीफा दिया और अब राहुल लोधी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार 28 विधानसभा सीटों पर एक साथ उपचुनाव होने जा रहे हैं. प्रदेश में तीन नवंबर को होने वाले इस उपचुनाव से यह तय होगा कि प्रदेश की सत्ता में कौन सी पार्टी रहेगी — सत्तारूढ़ बीजेपी या विपक्षी कांग्रेस . मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी . जिन 28 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल होने से खाली हुए हैं, जबकि दो सीटें कांग्रेस विधायकों के निधन से और एक सीट बीजेपी विधायक के निधन से खाली हुआ है.
Source : News Nation Bureau