मध्यप्रदेश में एआईएमआईएम की एंटी होने के साथ ही सियासत भी तेज हो गई हैं। मध्यप्रदेश के सात शहरों में एआईएमआईएम अपने प्रत्याशियों को उतारने जा रही है जिसके बाद प्रदेश के सत्ताधारी दल के निशाने पर असदृदीन ओवेसी निशाने पर है। भोपाल की सासंद ने तो यह तक कह दिया कि कांग्रेस को पूछना चाहित ओवैसी से क्या अब ध्रुवीकरण नही हो रहा। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर राजनैतिक पार्टीया जोर शौर दिखा रही है। ऐसे में निकाय चुनाव में असदृदीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन भी प्रदेश के सात शहरों में चुनाव लड़ने जा रही है।
ओवैसी ने घोषणा करते हुए कहा है, कि मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव में भोपाल, जबलपुर, खरगौन, बुराहनपुर, रतलाम, और खंडवा से अपने प्रत्याशियों को उतारा जायेगा। जिस पर मध्यप्रदेश के सियासी दल ने ओवैसी को घेरना शुरू कर दिया है। भोपाल की सासंद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने तो कांग्रेस पर भी निशना साधा है। सासंद का कहना है कि अब कांग्रेस को प्रदेश में ध्रुवीकरण नही दिख रहा, क्योकि जब वो सासंद का चुनाव लड़ी थी तो ध्रुवीकरण के आरोप लगाये गये थे। एआईएमआईएम पर निशाना साधते हुए साध्वी ने कहा कि इस पार्टी में काई कानून नही है, क्योकि ये सिर्फ धर्म मत पंथ पर चलती है। क्योकि इस पार्टी के लोग विघटनकारी है। एआईएमआईएम कोई पार्टी नही है क्योकि एक व्यक्ति की कोई पार्टी नही होती।
इधर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी निशाना एआईएमआईएम पर निशाना साधा है। वीडी शर्मा का कहना है कि प्रदेश में उनका स्वागत है। और वे प्रदेश में ताकत के साथ चुनाव लड़े। लोकतंत्र में चुनाव लड़ने का सभी को अधिकार है। वे आये जाये उन्हे भी पता चल जायेगा। प्रदेश में निकाय चुनाव चल रहे है। ऐसे में एआईएमआईएम मध्यप्रदेश में कितना असर दिखायेगी ये तो चुनाव के परिणाम आने के बाद पता चलेगा। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर एआईएमआईएम प्रदेश से किस किस को अपना उम्मीदवार बनाती है।
Source : Jitendra Sharma