मध्यप्रदेश के कटनी जिले के पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी के तबादले को लेकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा हमला बोलते हुए केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने हवाला कारोबार में घिरे अपने एक मंत्री को बचाने के लिए पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने मंगलवार को जेटली को लिखे खत में कहा है, 'आठ नवंबर 2016 को लागू की गई नोटबंदी के बाद भ्रष्टाचारियों ने देशभर में कालेधन को सफेद करने का खेल जमकर खेला है। भाजपा के शासन वाले मध्यप्रदेश में भी इस तरह का गोरखधंधा जमकर फला और फूला है। इस तरह के कई प्रमाण सामने आए हैं।'
यादव ने अपने पत्र में कटनी में उजागर हुए हवाला कारोबार का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है, 'कटनी जिले में पुलिस की शुरुआती जांच में 500 करोड़ रुपयों से ज्यादा का एक घोटाला सामने आया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि हवाला कारोबारियों, बैंक व बैंक अफसरों की सांठगांठ से नोटबंदी के बाद कटनी में पुराने नोटों की अदला-बदली का बड़ा घोटाला हुआ। पुलिस की जांच में कई प्रभावशाली चेहरे सामने आए।'
यादव ने पत्र में आरोप लगाया है कि कटनी पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी को जांच में यह प्रमाण मिल गए थे कि इस काले कारोबार के पीछे शिवराज सरकार का एक मंत्री है। इसलिए पुलिस अधीक्षक तिवारी पर दवाब बनाया गया। जब दवाब काम नहीं आया तो सोमवार को उनका तबादला कर दिया गया। हैरान करने वाली बात यह रही कि छह महीने पहले ही इस अधिकारी को कटनी में पदस्थ किया गया था।
यादव ने जेटली से कटनी मामले की जांच वित्त मंत्रालय के अधीन आने वाली किसी प्रमुख एजेंसी से कराने की मांग की है।
Source : IANS