मध्य प्रदेश विधानसभा की डिप्टी स्पीकर और लांजी से विधायक हिना कावरे के साथ दुर्घटना होने के बाद सीएम कमलनाथ ने जांच के आदेश दे दिए हैं. मंगलवार को कमलनाथ ने प्रदेश के डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को जांच के आदेश दिए . इसके अलावा कावरे को पर्याप्त सुरक्षा दिए जाने के भी डीजीपी को निर्देश दिए गए हैं. बालाघाट से करीब 21 किलोमीटर दूर सालेटेका गांव के पास हिना कावरे के फॉलो वाहन को ट्राले ने टक्कर मार दी.
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डिप्टी स्पीकर और लांजी विधायक हिना कावरे सड़क दुर्घटना में किस्मत से बच गईं. काफिले में उनकी कार के चल रहे पुलिस के वाहन को सामने से आ रहे ट्राले ने टक्कर मार दी थी. हादसे में कार के ड्राइवर और 3 पुलिसकर्मियों की मौके पर मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल एक पुलिसकर्मी को नागपुर भेजा गया.
मिली थी धमकी भरी चिट्ठियां
हिना कावरे को धमकी भरी पहली चिट्ठी 31 दिसंबर को और दूसरी चिट्ठी 10 जनवरी को मिली थी. कावरे ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत भी की थी जिसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. पत्र भेजकर नक्सिलयों ने हिना कावरे से 20 लाख रुपये मांगे थे. नहीं देने पर नक्सलियों के पत्र में लिखा गया था की 14 जनवरी तक पैसा नहीं मिला तो 16 जनवरी आख़िरी दिन होगा .
गला रेत कर हुई थी पिता की हत्या
हिना जिस बालाघाट इलाके से आती हैं वह नक्सल बेल्ट के रूप में कुख्यात है. यहां नक्सली घटनाएं होती रहती हैं. इसकी आंच पहले भी हिना के परिवार पर आ चुकी है. हिना के पिता और पूर्व मंत्री लिखीराम कावरे की 1999 में उनके घर पर नक्सलियों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी.
Source : News Nation Bureau