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मध्य प्रदेश में यूरिया संकट पर शिवराज सिंह ने सीएम कमलनाथ को दी चेतावनी

आलम यह है कि खाद वितरण व्यवस्था में प्रशासनिक अमले और पुलिस महकमे की मदद लेनी पड़ रही है.

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yogesh bhadauriya
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मध्य प्रदेश : कमलनाथ सरकार में असिस्टेंट प्रोफेसरों के 1600 पद और होंगे स्वीकृत

मध्य प्रदेश सीएम कमलनाथ( Photo Credit : News State)

मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में किसान यूरिया खाद का संकट झेल रहे हैं. जिसके लिए किसान विरोध करते हुए सड़कों पर उतर रहे हैं. आलम यह है कि खाद वितरण व्यवस्था में प्रशासनिक अमले और पुलिस महकमे की मदद लेनी पड़ रही है. सरकार ने किसानों को यूरिया उपलब्ध कराने के साथ ही शिकायत के लिए कॉल सेंटर स्थापित किए हैं. राज्य में रबी की खेती के लिए किसानों को यूरिया खाद की आवश्यकता है. खाद वितरण केंद्रों पर सुबह से ही किसानों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं. खाद की कमी की बात सामने आने पर किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर हो रहे हैं.

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शिवराज सिंह बोले मुझे गिरफ्तार करो

इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार को चेतावनी दी है कि या तो किसानों को यूरिया दो या फिर गिरफ्तार करो. साथ ही उन्‍होंने ऐलान किया है कि किसानों के लिए किसी भी सीमा तक जाकर लड़ाई लड़ी जाएगी. पहले से ही कांग्रेस सरकार में किसान परेशान हैं और अब यूरिया ने उनका बेहाल कर दिया है. जबकि सरकार यूरिया की आवाज उठाने वालों पर दबाव बना रही है.

मंगलवार को सागर, खंडवा, उज्जैन, विदिशा, रायसेन, सीहोर, अशोक नगर और गुना में किसानों ने सड़क पर उतर कर विरोध दर्ज कराया है. राज्य सरकार द्वारा लगातार किसानों के लिए जरूरत का यूरिया उपलब्ध कराने के दावे किए जा रहे हैं. सरकार का दावा है कि अब तक 18 रैक से ज्यादा यूरिया आ चुका है और आगामी 11 दिसंबर तक 49 रैक यूरिया और आ जाएगा. इस तरह 10 दिसंबर तक कुल 67 रैक यूरिया जिलों तक पहुंच जाएगा और किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.

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बीजेपी ने सरकार पर उठाए सवाल

राज्य में गहराते यूरिया संकट को लेकर बीजेपी ने सरकार के दावों पर सवाल उठाया है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का कहना है, 'मुख्यमंत्री कमलनाथ दावे कर रहे हैं कि यूरिया का संकट नहीं है. किसानों को परेशानी नहीं है. तो फिर मुख्यमंत्री आप बताएं कि किसानों को यूरिया के बदले लाठियां क्यों मिल रही हैं. क्यों यूरिया के लिए किसानों की कतारें लग रही हैं. पुलिस थानों से यूरिया क्यों बांटा जा रहा है?'

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देवास जिले के खातेगांव में थाने से यूरिया बांटे जाने की तस्वीरें और अब किसानों के सड़क पर उतरने की घटनाएं सामने आई हैं. बैतूल में तो अधिकारियों को यूरिया वितरण व्यवस्था पर नजर रखने को कहा गया है. इसी तरह अन्य स्थानों पर भी व्यवस्थाएं की गई है.

कृषि मंत्री सचिन यादव का दावा है, 'इस साल पिछले साल से ज्यादा यूरिया आ रहा है. सरकार किसी भी स्थिति में किसानों को यूरिया के लिए परेशान नहीं होने देगी. भोपाल में किसानों की शिकायत और समस्याओं को जानने के लिए राज्यस्तरीय यूरिया वितरण शिकायत कक्ष स्थापित किया गया है, जिसका टेलिफोन नंबर 0755-2558823 है. इस पर किसान कार्यालय के समय सुबह 10 से शाम 5. 30 बजे तक अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे.'

मंत्री के मुताबिक, वह यूरिया वितरण प्रणाली पर स्वयं नजर रखे हुए हैं. कक्ष में सहायक संचालक स्तर के 13 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. ये अधिकारी दिन भर में आई शिकायतों का निपटारा करने के बाद शाम को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे, जिसकी समीक्षा की जाएगी.

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Source : News Nation Bureau

urea MP News Supply Of Urea
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