मध्य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh) ने फर्जी कॉल सेंटर (Fake Call centre) के जरिए ऋण देने का झांसा देकर लगभग 10,000 लोगों को 10 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए दो युवतियों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस महानिरीक्षक (भोपाल जोन) उपेन्द्र जैन ने शनिवार को पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमने गिरोह के सरगना ऑनलाइन डिज़ाइनर, बी कॉम स्नातक डेविड कुमार जाटव (21) तथा इसकी दो सहयोगियों मनीषा भट्ट (27) और उसकी बहन नेहा भट्ट (23) को नोएडा से गिरफ्तार किया है. आरोपियों को आज भोपाल में अदालत में पेश कर उनका रिमांड लिया जाएगा.’’
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उन्होंने बताया कि जाटव गाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है जबकि मनीषा और नेहा, उत्तराखंड से बीए स्नातक हैं. एक अन्य आरोपी कमल कश्यप फिलहाल फरार है. आरोपी वर्ष 2018 से अनेक वेबसाइटों के जरिए लोगों को कम ब्याज पर ऋण देने की बात कहकर ठगी करते थे.
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों से ठगी में उपयोग किए गए छह लैपटॉप, 25 मोबाइल फोन, 21 पेन ड्राइव और आठ सक्रिय सिम बरामद की हैं. मध्य प्रदेश पुलिस को दिसंबर 2019 में पदमेश सिंह ने शिकायत दी थी कि वेबसाइट ‘स्विफ्ट फाइनेंस डॉट इन’ के जरिए ठगी लोगों से ठगी की जा रही है. इसपर पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ अपनी जांच शुरू की.
Source : Bhasha