मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर किसानों के साथ छलावा करने का आरोप लगाया है. हाल ही में मध्य प्रदेश में सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य के किसानों के कर्जमाफी पर मुहर लगा दी थी. इसको लेकर शिवराज ने कहा कि सरकार फिल्टर लगाकर किसानों के साथ छल कर रही है, उनकी नजरें उन (कांग्रेस सरकार) पर ही हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को ट्वीट किया, '31 मार्च 2018 तक का टाइम बैरियर लगा कर, छन्नी लगा कर आधी-अधूरी कर्ज माफी की घोषणा मेरे प्रदेश के किसान भाइयों-बहनों के साथ घोर अन्याय है. कांग्रेस को ऐसे छलावे से दूर रहना चाहिए. लेकिन, ये वो ठीक से जान ले कि मैं सोया नहीं हूं, मै जाग रहा हूं और मेरी पैनी नजरें उन पर ही हैं.'
31 मार्च 2018 तक का टाइम बैरियर लगा कर, छन्नी लगा कर आधी-अधूरी क़र्ज़ माफ़ी की घोषणा मेरे प्रदेश के किसान भाइयों-बहनों के साथ घोर अन्याय है। कांग्रेस को ऐसे छलावे से दूर रहना चाहिए।लेकिन, ये वो ठीक से जान ले कि मैं सोया नहीं हूँ, मै जाग रहा हूँ और मेरी पैनी नज़रें उन पर ही हैं।
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 20, 2018
बता दें कि 17 दिसंबर को मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने राज्य के किसानों के 2 लाख रुपये तक का दिनांक 31 मार्च 2018 की स्थिति में बकाया फसल ऋण को माफ करने का फैसला किया था.
राज्य सरकार के इस निर्णय से लगभग 34 लाख किसान लाभान्वित होंगे. फसल ऋण माफी पर संभावित व्यय 35 से 38 हजार करोड़ रुपये अनुमानित है.
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इससे पहले सीपीएम ने भी सरकार के द्वारा कर्जमाफी की समयसीमा को लेकर सवाल उठाए थे. सीपीएम के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने बुधवार को एक बयान में कहा था, 'नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ करने के फैसले का स्वागत है. सरकार की कर्जमाफी की कट ऑफ डेट 31 मार्च नहीं, बल्कि 17 दिसंबर, 2018 होना चाहिए.'
Source : News Nation Bureau