मध्य प्रदेश से बाहर काम पर जाने वाली युवतियों का पंजीयन किया जाएगा. यह ऐलान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है. मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, "राज्य से बड़ी संख्या में गांव से बाहर युवतियां काम की तलाश में जाती हैं, काम के लिए बाहर जाने में कोई आपत्ति नहीं है, मगर उनकी सुरक्षा जरुरी है. इसके लिए एक अभियान चलेगा''
सीएम चौहान ने कहा, ''इसके लिए यह व्यवस्था की जा रही है कि गांव से जो बेटी बाहर काम के लिए जाती है, तो वह कहां काम के लिए गई है इसकी जानकारी देना हेागी. इसके साथ ही एक टेलीफोन नंबर होगा जिस पर बेटी किसी भी तरह की समस्या पर कॉल कर सकती है और सहायता व सहयोग मांग सकती है." वहीं भोपाल में मध्यप्रदेश आजीविका मार्ट का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं.
ये भी पढ़ें- IIM इंदौर को मिली उत्तर प्रदेश की बड़ी जिम्मेदारी, अयोध्या को सजाने-संवारने का मिला काम
मुख्यमंत्री ने कहा, "इनमें स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाना एक महत्वपूर्ण कदम है. इस दिशा में निरन्तर कार्य होगा ताकि बहनें स्वयं सशक्त होकर एक सशक्त समाज की रचना में सहयोगी बनें. प्रदेश की बहनों को गरीब नहीं रहने दिया जायेगा. स्व-सहायता समूहों के गठन, उनके प्रशक्षिण, उन्हें बैंक लिंकेज दिलवाने और मार्केटिंग का लाभ दिलवाकर आर्थिक लाभ प्रदान करवाने के कार्य लगातार चलेंगे. पोषण आहार तैयार करने का कार्य अब ठेकेदार नहीं बल्कि महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाएं करेंगी. इन समूहों के उत्पाद पोर्टल के माध्यम से दूसरे देशों तक जा सकेंगे. गरीबी मिटाने का यह बहुत बड़ा माध्यम होगा."
चौहान ने कहा कि प्रदेश में माफिया के विरूद्ध अभियान छेड़ा गया है. इसके साथ ही नशे की लत से युवाओं को बचाने के लिये अनेक कदम उठाये गये हैं. महिलाएं भी बच्चों को नशे की तरफ बढ़ने से रोककर इस कार्य में सहयोगी बन सकती हैं.
Source : IANS