मध्यप्रदेश में पिछली सरकार के एक और घोटाले की जांच शुरू होने जा रही है. 15 साल के बाद मध्य प्रदेश की सत्ता में लौटी कमलनाथ सरकार ने पिछली सरकार के कामों की जांच शुरू कर दी है. ई-टेंडर, सिंहस्थ और व्यापम के बाद अब मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार बहुचर्चित डंपर घोटाले की जांच कराने की तैयारी में है. कानून मंत्री पीसी शर्मा ने न्यूज स्टेट से खास बातचीत में दावा किया कि पिछली में डंपर घोटाले को रातों-रात दफन कर दिया गया था, क्योंकि इसके सीधे तार तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जुड़े हुए थे.
यह भी पढ़ें- अब मध्य प्रदेश में प्रशासनिक मशीनरी पकड़ेगी रफ्तार, इसके पीछे की ये है बड़ी वजह
इससे पहले हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री गोविंद सिंह ने डंपर घोटाले की जांच कराने के संकेत दिए थे. जिसके बाद कहा जाने लगा था कि व्यापम के साथ अब सरकार डंपर घोटाले की जांच भी दोबारा शुरू कर सकती है.गोविंद सिंह ने कहा था कि डंपर घोटाला व्यापम से भी बड़ा घोटाला है और इसकी जांच होना बहुत जरूरी है. कांग्रेस आरोप लगा रही है कि डंपर घोटाला सीधे तौर पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और उनके परिवार से जुड़ा है.
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते कमलनाथ सरकार ने व्यापम घोटाले की जांच नए सिरे से करने के आदेश दिए हैं. 23 जुलाई को कानून मंत्री पीसी शर्मा ने कहा था कि व्यापम घोटाला राज्य के माथे पर धब्बा है. ऐसे में सरकार ने फैसला किया है कि इसकी जांच शुरू से आखिर तक होगी. उन्होंने कहा कि हर चीज की जांच की जाएगी और जो कोई भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.
यह भी पढ़ें- मप्र के मंत्री ने सीएम कमलनाथ को बताया "सूबे का इकलौता शेर"
उधर, ई-टेंडरिंग घोटाले में भी पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर शिकंजा कसता जा रहा है. ईओडल्ब्यू ने पूर्व मंत्री के निजी सचिव वीरेंद्र पांडे और निर्मल अवस्थी को गिरफ्तार कर लिया है. शनिवार को वीरेंद्र पांडे के घर पर ईओडल्ब्यू ने छापेमारी भी की थी, जहां से कई अहम दस्तावेज मिलने की बात कही जा रही है. ई-टेंडरिंग में लगभग 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले की आंशका है.
यह वीडियो देखें-