देवास जिले में हुई हत्या का कन्नौद पुलिस ने एक सप्ताह के अंदर खुलासा कर दिया है. पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि पोते ने ही दादा की हत्या की थी. पुलिस के अनुसार 11 मार्च को फरियादी लक्ष्मण निवासी डीडाली ने दादा की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट में बताया गया कि 10 मार्च की रात को आरोपी सोदरा बाई, सुमित्रा बाई, रामविलास और राकेश ने जमीन के विवाद को लेकर पत्थर पर बुजुर्ग को पटका. जिससे उसके सिर में गंभीर चोट लग गई. जिससे उसकी मौत हो गई. फरियादी लक्ष्मण की रिपोर्ट पर उक्त चारों आरोपियों के खिलाफ थाना कन्नौद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया. थाना प्रभारी ने विवेचना के दौरान आरोपियों से पूछताछ की तो घटना से इनकार कर दिया.आरोपी घटना के पश्चात पुलिस अभिरक्षा में आ गए थे.
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घटनास्थल का निरीक्षण करने पर फरियादी द्वारा बताए गए घटनाक्रम संदिग्ध प्रतीत होने से फरियादी लक्ष्मण से ही कड़ी पूछताछ की गई. जिसमें लक्ष्मण द्वारा बताया गया कि उसके दादा बोदर के साथ खुद ही पत्थर से मारपीट की थी. मृत्यु होने पर आरोपी सोदरा बाई आदि के खिलाफ उन को फसाने के उद्देश्य से झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई. मामले में समस्त घटनाक्रम से एसडीओपी निर्भय सिंह अलावा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चौरसिया तथा पुलिस अधीक्षक सी एस सोलंकी को अवगत कराकर आरोपी लक्ष्मण उर्फ गोलू को 17 मार्च 19 को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया.
Source : News Nation Bureau