मध्य प्रदेश के पुलिस कर्मचारियों के लिए गुरुवार से अच्छे दिन की शुरुआत हो गई है, क्योंकि उन्हें आज से साप्ताहिक अवकाश मिलने लगा है. राज्य में पहले दिन लगभग 8000 पुलिसकर्मी अवकाश पर हैं. कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने का भरेासा दिलाया गया था. कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद एक माह के भीतर पुलिसकर्मियों को अवकाश दिया जाने लगा है.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, "पुलिस कíमयों को एक दिन के अवकाश का जो वचन हमने दिया था, उसे प्रतिबद्घता के साथ पूरा किया गया. मैं सभी पुलिस कíमयों को बधाई देते हुए कामना करता हूं कि वे अपने परिवार को पूरा समय दें."
कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा, "आप सभी को भरोसा दिलाता हूं कि मेरे साथ आपके जीवन में आने वाला हर पल पहले से बेहतरीन होगा." मध्य प्रदेश संभवत: देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश मिलने लगा है.
पुलिसकर्मियों के परिवार में खुशी का माहौल
दरअसल आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली पुलिस छुट्टी नहीं मिलने से लंबे समय से मानसिक परेशानी से जूझ रही थी. जिसको लेकर पारिवारिक समस्याओं के चलते पुलिस कर्मियों द्वारा आए दिन आत्महत्या के मामले सामने आ रहे थे. यही नहीं पुलिस का जनता के प्रति व्यवहार भी इसी का नतीजा बताया जा रहा था. लंबी ड्यूटी व साप्ताहिक अवकाश ना मिलने से मानसिक परेशानियों से जूझ रहा पुलिसकर्मी कई बार साप्ताहिक अवकाश के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार लगा चुका था, लेकिन पुलिस महकमे को लेकर पिछली सरकारों ने साप्ताहिक अवकाश के वादे तो किए लेकिन कोई भी सरकार इन वादों को पूरा नहीं कर पाई. इसके पीछे स्टाफ का कम होना कानून व्यवस्था का हवाला देकर पुलिस के साप्ताहिक अवकाश पर मोहर नहीं लग पाई, लेकिन अब मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने यह पहल की है. इससे पुलिस कर्मियों के घर खुशी का माहौल है.