15 साल के वनवास के बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी क्या हुई शायद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पैर जमीन पर नहीं टिक रहे हैं. जहां एक ओर अभी ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष भी नहीं बनाया गया उसके पहले ही उनके समर्थक पुलिस को अपनी जूते की नोक पर रखते नजर आ रहे हैं.
यह भी पढ़ें- दिग्विजय सिंह VS उमंग सिंघार, 10 प्वाइंट्स में जानिए पूरा विवाद
बुधवार को सोशल मीडिया पर मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी में पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के मामले का वीडियो वायरल हुआ है. मंदसौर कांग्रेसी पार्षद विजय गुर्जर ने अपनी गाड़ी को रुकवाना शायद तौहीन मान लिया और रोकने वाले पुलिसकर्मियों को जमकर गालियां दीं.
यह भी पढ़ें- अवैध खनन को लेकर कमलनाथ सरकार पर ही हमलावर हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया, कहा...
पुलिसकर्मियों के साथ बदतमीजी की सारी हदें पार हो गईं. लेकिन पिपलिया मंडी पुलिस के कर्मचारी चुपचाप गालियां सुनते रहे. मंदसौर कांग्रेस के पार्षद विजय गुर्जर सिंधिया के करीबी माने जाते हैं, शायद यही बड़ी वजह भी रही कि पुलिस वाले चुपचाप गालियां सुनते रहे. वो भी इस ऊहापोह में थे कि क्या पता कल को सिंधिया कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बन जाएं.
यह भी पढ़ें- Madhya Pradesh: सिंहस्थ घोटाले की जांच रिपोर्ट मंत्रालय से हुई गायब
फिर तो परेशानी हो जाएगी. जिस वजह से उनके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकला. हद तो ये है कि जहां पूरे देश में लगातार मोटर व्हेकिल एक्ट 2019 का पालन हो रहा है. हेलमेट न होने पर लोगों का लंबा चौड़ा चालान कट रहा है. वहीं कांग्रेस शासित मध्य प्रदेश में पुलिस के हाथ पूरी तरह से बंधे हुए हैं.
यह भी पढ़ें- अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया करते हैं कांग्रेस से बगावत तो क्या करेगी बीजेपी, जानिए पूरा प्लान
नियमों का पालन करवाने वाली पुलिस बिना हेलमेट के जा रहे पार्षद को रोकने पर गालियां सुनती रही. वीडियो वायरल होने के कांग्रेस के नेता अपनी प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं. मंदसौर एसपी हितेश चौधरी का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. कार्रवाई की जाएगी. यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि आखिर पुलिस कांग्रेस के राज में कांग्रेस के ही नेताओं पर क्या एक्शन ले पाएगी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो