मध्य प्रदेश में जय किसान फसल ऋण माफी योजना क्रियान्वित होने से किसान उत्साहित हैं. आज तक 53 लाख 18 हजार 757 ऋण खाता धारक किसानों में से लगभग 79 प्रतिशत अर्थात 42 लाख 4 हजार 463 किसानों ने ऋण माफी के लिये आवेदन पत्र भरकर प्रस्तुत कर दिये हैं. किसानों द्वारा प्रस्तुत ऋण माफी आवेदनों में से 14 लाख 29 हजार 879 किसानों के ऋण खाते पंच किये जा चुके हैं.
यह भी पढ़ेंः मध्य प्रदेश: किसान कर्ज में गड़बड़ी को लेकर हरकत में आई सरकार
प्रदेश के सहकारिता आयुक्त कार्यालय, भोपाल में योजना के अंतर्गत राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष 25 जनवरी से कार्य कर रहा है. कुल 182 शिकायतें नियंत्रण कक्ष में अभी तक प्राप्त हुई हैं. पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष गठित किये गये हैं, जहाँ किसानों की शिकायतें प्राप्त की जा रही हैं. कुल 342 शिकायतें अब तक प्राप्त हुई हैं.
मुख्यमंत्री कमल नाथ के निर्देश पर राज्य में ऋण प्रकरणों में गड़बड़ियों की शिकायतों पर सख्त कार्यवाही की जा रही है. सहकारिता मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने हाल ही में प्रमुख सचिव, सहकारिता और आयुक्त, सहकारिता के साथ चर्चा के दौरान राज्य में पूर्व वर्षों में ऋण वितरण में हुई गड़बड़ियों की शिकायतों के संबंध में विस्तृत समीक्षा की.
शिकायतों पर हो रही सख्त कार्यवाही
जिन जिलों में किसानों के नाम से ऋण दिये जाने के मामले सामने आये हैं, वहाँ दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जा रही है. ऋण वितरण में अनियमितता बरतने पर हरदा, सागर और ग्वालियर जिलों में एफआईआर दर्ज की गई हैं. हरदा में एक संबंधित व्यक्ति को सेवा मुक्त करने के साथ ही तीन व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है. इसके अलावा, इन्दौर में एक प्रकरण में दोषी व्यक्ति को सेवामुक्त किया गया है. इंदौर जिले में तीन कर्मचारियों के विरूद्ध विभागीय जाँच करने का निर्णय लिया गया है.
Source : News Nation Bureau