मध्य प्रदेश के कटनी में पीएम आवास योजना का लाभ पाने के लिए कई गरीब तबके ने अपने स्वयं के मकान का सपना देख लिया था, लेकिन यह सपना अब सपना ही रह गया. नगर निगम द्वारा झिंझरी में पीएम आवास योजना अंतर्गत 117 करोड़ रुपए की लागत से मल्टी स्टोरी बनवाई जा रही थी लेकिन नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार भोपाल की कंपनी बीआरसी एसोसिएट को 7 करोड़ रुपए से अधिक की राशि दे दी गई है और ठेकेदार अपना काम बंद कर वापस चला गया.
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कटनी नगर निगम ने पीएम आवास योजना पर 2018 में लोगों से ₹20000 जमा करवाए थे और 2019 में हितग्राहियों को मालिकाना हक देने की बात कही गई थी. लेकिन वर्षों गुजर जाने के बाद भी हितग्राही अभी भी किराए के मकान में गुजर बसर करने को मजबूर हैं. सुधार न्यास कॉलोनी में किराए से रह रही सुनयना कुशवाहा ने बताया कि वह 2018 में एलआईसी के लिए आवेदन दी थी लेकिन उन्हें आज तक आप आवास नहीं मिला है.
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नगर निगम आयुक्त सत्येंद्र धाकड़ ने कहा कि ठेकेदार द्वारा 1 साल से काम बंद किया है. उस पर कई बिंदुओं पर शिकायत है जिसकी जांच चल रही है. पीडीएमसी द्वारा 7 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि का भुगतान किया गया है. ठेकेदार को ज्यादा राशि वापस करने के लिए नोटिस जारी किया गया है.
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इस पूरे मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष मिथिलेश जैन ने सीधे तौर पर भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि हितग्राहियों से लाखों रुपए नगर निगम ने जमा करवा लिया है. लेकिन मौके पर केवल कॉलम बीम खड़ा करवा के ठेकेदार को 7 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि दे दी गई है. इस मामले में दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
HIGHLIGHTS
- मध्य प्रदेश के कटनी में पीएम आवास योजना का ठेकेदार भागा
- 7 करोड़ की एडवांस पेमेंट लेकर भागा ठेकेदार