मध्य प्रदेश के आगर मालवा से एक बड़ी लापरवाही की खबर सामने आ रही है. जिले के रिकार्ड में जिंदा व्यक्तियों को मृत बताकर जिन लोगों की पेंशन बंद कर दी गई थी, उनमें से 6 लोगों के पेंशन प्रकरण सामाजिक न्याय विभाग भोपाल भेजे गए और फिर वहां से आए आदेश के बाद फिर से पेंशन शुरू की गई है, जिन्हें इस माह से पेंशन मिलना प्रारंभ हो जाएगी. मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने न्यूज स्टेट को पूरे मामले की जानकारी दी है.
मुख्य नगर पालिका अधिकारी आगर पवन कुमार फुलफकीर ने जानकारी देते हुए बताया कि नगरीय क्षेत्र आगर के 06 हितग्राहियों जुबेदाबी, विधवा पेंशन, थावर पिता भग्गा, कमलाबाई माली, जोहराबी एवं रेशमबाई वृद्धावस्था पेंशन तथा जिनेंद्र जैन पिता रमेश मांगीलाल को दिव्यांग पेंशन को रिकार्ड में हितग्राही को त्रृटिवश मृत बता दिया गया था, जिनकी पेंशन प्रकरण सामाजिक न्याय विभाग भोपाल भेजे गए थे, जो स्वीकृत हो गए हैं. अब उनको पेंशन पुनः मिलना प्रारंभ हो जाएगी.
साथ ही सामाजिक न्याय विभाग द्वारा नगर पालिका से गणना पत्रक भी मांगा गया है, ताकि जिस अवधि की उन्हें पेंशन नहीं मिल पाई वह भी दी जाएगी. गौरतलब है कि गत वर्ष दिसम्बर 2021 में हुए भौतिक सत्यापन में गड़बड़ी करते हुए अनेक पेंशनधारी को पलायन बताकर और कुछ को मृत बताकर नाम काट दिए गए थे, जो अपनी पेंशन पाने के लिए नगर पालिका के चक्कर लगा रहे थे.
न्यूज स्टेट ने इस मामले को प्रमुखता से उड़ाया थास जिसके बाद प्रशासन जागा और जिंदा व्यक्ति जिन्हें मृत बता दिया था उनकी पेंशन प्रकरण अब स्वीकृत हो गए हैं. सीएमओ पवन फुलफकीर ने बताया कि जो पात्र पेंशनधारी हैं उनकी पेंशन भी चालू की जाएगी.
Source : News Nation Bureau