त्योहारों का मौसम और बच्चा चोर गिरोह की उड़ती अफवाहों के कारण बढ़ी मॉब लिचिंग (भीड़ हिंसा) की घटनाओं ने पुलिस की चिंताएं बढ़ा दी हैं. यही कारण है कि पुलिस महकमे को खास तौर पर सतर्क और सजग रहने के संबंध में एक बार फिर निर्देश जारी करने पड़े हैं. राज्य में सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म है, जिससे हर अनजान व्यक्ति को भीड़ निशाना बनाने में लगी है, जिसके चलते कई स्थानों पर माहौल अशांत और तनावभरा हो चुका है.
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बीते एक पखवाड़े में एक दर्जन से ज्यादा स्थानों से बच्चा चोरी के संदेह में भीड़ ने लोगों को पीटा है. घटनाएं कितनी चिंताजनक है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बैतूल जिले में भीड़ ने कांग्रेस नेताओं तक को पीट दिया. इसके अलावा भीड़ ने मानसिक रूप से विक्षिप्त, भीख मांगने वालों और अजनबी को भी निशाना बनाया है. इतना ही नहीं नरसिंहपुर जिले के एक गांव में तो अजनबी को पहचान पत्र दिखाने पर ही प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है.
आगामी दिनों में नागपंचमी, रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस, कावड़ यात्रा एवं ईद जैसे प्रमुख त्योहार हैं, जिसके कारण पुलिस की चिंताएं बढ़ी हुई हैं. पुलिस मुख्यालय से शनिवार को एक बार फिर जिलों के पुलिस अधीक्षकों को हिदायत दी गई है. गौरतलब है कि इन पर्वो पर बाजारों से लेकर विभिन्न धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर भारी भीड़ रहेगी और जवानों को असामाजिक तत्वों के साथ अफवाहबाजों पर भी नजर रखने की चुनौती रहेगी.
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पुलिस मुख्यालय से कानून-व्यवस्था एवं सांप्रदायिक सौहाद्र्र बनाए रखने के लिए सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को विशेष सतर्कता बरतने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश जारी किए गए हैं. निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि शरारती तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जाए. किसी भी हालत में मॉब लिचिंग (भीड़ हिंसा) की घटनाएं नहीं होनी चाहिए. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (गुप्तवार्ता) कैलाश मकवाना ने पुलिस अधीक्षकों को यह भी हिदायत दी है कि हाल ही में जम्मू एवं कश्मीर राज्य में बड़ी संख्या में की गई सुरक्षाबलों की तैनाती को ध्यान में रखकर विशेष एहतियात बरतें.
मकवाना ने निर्देश दिए हैं कि सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों को रोकने के लिए पूर्व में जारी किए गए दिशानिर्देशों का भी कड़ाई से पालन कराएं. पिछले दिनों भी मकवाना ने प्रदेशवासियों से बच्चा चोर गैंग व रोहिंग्या मुसलमानों द्वारा बच्चों का अपहरण कर उन्हें बेचने संबंधी अफवाहों से सावधान रहने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि सोशल मीडिया मसलन व्हाट्सएप व फेसबुक इत्यादि पर विभिन्न प्रकार की पुरानी घटनाओं को जोड़कर और फेक मैसेज बनाकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं. कृपया उनसे बचें और उन पर ध्यान न दें.
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