Madhya Pradesh Political News: देशभर में चल रहे राजनीतिक उतार-चढ़ाव के बीच, मध्य प्रदेश भी सियासी गर्मी से अछूता नहीं है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एथेन क्रैकर प्लांट के लिए किसानों की जमीन के अधिग्रहण को लेकर प्रदेश सरकार को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री मोहन यादव से सीधे तौर पर मांग की है कि जबरन जमीन अधिग्रहण को तत्काल रोका जाए वरना कांग्रेस निर्णायक आंदोलन करने के लिए तैयार है.
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किसानों की जमीन अधिग्रहण पर कांग्रेस की कड़ी आपत्ति
आपको बता दें कि जीतू पटवारी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर लिखा कि, ''सरकार अपनी दादागिरी बंद करे और जबरन भूमि अधिग्रहण को रोके.'' उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव से अपील की कि सरकार अपने निर्णय पर पुनर्विचार करे. सीहोर जिले के आष्टा में प्रस्तावित एथेन क्रैकर प्लांट के लिए अधिग्रहित की जा रही जमीन को बचाने के लिए किसान अपने जीवन को दांव पर लगाने को तैयार हैं. प्लांट के लिए 2,000 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है, जिसमें 1,200 एकड़ सरकारी और 743 एकड़ किसानों की खेती की जमीन शामिल है.
बीजेपी नेता की जमीन पर सवाल
पटवारी ने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रस्तावित प्लांट के नजदीक ही कोहली एजुटेक प्राइवेट लिमिटेड की 783 एकड़ से ज्यादा जमीन है. इस संस्था के चेयरमैन बीजेपी नेता और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल अमोलक रतन कोहली हैं और उनके बेटे नलिन कोहली बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. 2007 में कोहली ने मप्र ट्रेड एंड इंवेस्टिव फैसिलिटेशन कॉरपोरेशन ट्राईफेक के साथ हुए एक समझौते के बाद एजुकेशन सिटी के नाम पर यह जमीन खरीदी थी.
वहीं पटवारी ने आगे लिखा कि ''कोहली ने ग्रामीणों को सरकार से पट्टे पर मिली जमीन भी खरीदी थी. 60 हजार करोड़ के एथेन प्लांट के नजदीक बीजेपी नेता की इतनी जमीन होने के बावजूद किसानों की जमीन अधिग्रहित क्यों की जा रही है?'' किसानों का कहना है कि सरकार ने पहले से जानकारी दिए बिना जमीन अधिग्रहित करने का फैसला लिया है, यहां के किसानों के पास मात्र दो से तीन एकड़ की खेती है, जिससे उनका जीवन-यापन होता है. अगर यह जमीन चली जाती है, तो उन्हें अपने घर-बार छोड़कर जाना पड़ेगा.
किसानों की पीड़ा और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
किसानों का कहना है कि उनके पास खेती के अलावा और कोई साधन नहीं है. उनकी जमीन अगर चली गई तो उनके बच्चों और परिवार का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा. इस स्थिति में कांग्रेस ने किसानों के हित में आवाज उठाई है. पटवारी ने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है और किसी भी कीमत पर जबरन भूमि अधिग्रहण का विरोध करेगी.
सरकार की नीतियों पर सवाल
इसके अलावा आपको बता दें कि ये विवाद केवल जमीन अधिग्रहण का नहीं है, बल्कि सरकार की नीतियों और उनके कार्यान्वयन पर भी सवाल खड़े करता है. पटवारी का आरोप है कि बीजेपी नेता की इतनी जमीन होते हुए भी किसानों की जमीन अधिग्रहित करने का निर्णय राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है.
HIGHLIGHTS
- जीतू पटवारी ने मोहन सरकार को दी बड़ी चेतावनी
- बीजेपी नेता की जमीन पर सवाल
- मध्य प्रदेश में गरमाई सियासत
Source : News Nation Bureau