मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में लगातार कथित तौर पर जहरीली शराब (Poisonous liquor) पीने से हो रही मौतों ने राज्य की सियासत को गर्मा दिया है. नया मामला ग्वालियर (Gwalior) का है जहां दो लोगों की मौत हुई है, इन मौतों की वजह शराब को बताया जा रहा है. इसको लेकर कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर हमलावर हैं. मिली जानकारी के अनुसार ग्वालियर के महाराजपुरा थाना क्षेत्र के चंद्रपुरा में गुरुवार को दो लोगों की शराब पीने से मौत हो गई. पुलिस और आबकारी दल को गांव में खाली बोतल और रैपर मिले. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि मौत की वजह शराब पीना है या बीमारी. भिंड जिले के लहार में भी दो दिन पहले शराब पीने से पांच लोगों की मौत हुई थी. तब भी जहारीली शराब की बात सामने आई थी, प्रशासन ने अभी तक शराब के जहरीली होने की पुष्टि नहीं की है.
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शराब पीने से हो रही मौतों पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा, "प्रदेश में शराब माफियाओं का कहर जारी, अब ग्वालियर में जहरीली शराब से दो लोगों की मौत, कुछ लोगों की आंखो की रोशनी कम हुई ? उज्जैन, मोरैना, भिंड के बाद अब ग्वालियर में जहरीली शराब से मौतें. पता नहीं माफिया कब गड़ेंगे, कब टंगेंगे, कब लटकेंगे ?"
कांग्रेस ने भिंड जिले के लहार क्षेत्र में कथित तौर पर जहरीली शराब से पिछले दो दिनों में हुई पांच लोगों की मौत के मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच दल बनाया है. यह दल ग्वालियर शराब कांड की भी जांच करेगा.
कांग्रेस के हमलों का जवाब देते हुए बीजेपी के मीडिया विभाग के प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने ट्वीट कर कहा "गजेंद्र और पप्पू कौन हैं...? वह दो लोग हैं जो भिंड में उस शराब की दुकान को चलाते हैं, जिस दुकान से शराब खरीदकर पीने से कुछ लोगों की मौत हुई है. यह दोनों लोग उस पूर्व मंत्री के भाई के सगे साले हैं, जो पूर्व मंत्री इस मामले पर सबसे ज्यादा हाय तौबा कर रहे हैं."
HIGHLIGHTS
- ग्वालियर के महाराजपुरा थाना क्षेत्र के चंद्रपुरा में गुरुवार को दो लोगों की शराब पीने से मौत हो गई
- पुलिस और आबकारी दल को गांव में खाली बोतल और रैपर मिले
- प्रशासन ने अभी तक शराब के जहरीली होने की पुष्टि नहीं की है