उज्जैन में नरेंद्र मोदी तीसरी बार भी देश के प्रधानमंत्री बने और भाजपा लोकसभा चुनाव में जीते इसके लिए अनुष्ठान हो रहे हैं . यह अनुष्ठान में पितृ दोष दूर करने के लिए पिशाच मुक्तेश्वर महादेव की आराधना की जा रही है. बताया जा रहा है इसकी शुरुवात मंगलवार से हुई. रोज शाम 8 बजे से अनुष्ठान शुरू होगा जो रात 10 बजे तक चलता रहेगा. लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत और नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद पर आसीन कराने के लिए यह विशेष अनुष्ठान किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि पितृ दोष से मुक्त करने के लिए पिशाच मुक्तेश्वर की साधना की जाती है.
उज्जैन के 84 महादेव में ये 68वें स्थान पर हैं
देशभर में लोकसभा चुनाव में छठे चरण का मतदान हो चुका है. और सातवें चरण का चुनाव होना बाकी है. हालांकि परिणाम 4 जून को आएंगे. भाजपा ने इस बार 400 पार का नारा दिया है और मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनाने के लिए भाजपा गठबंधन सहित पूरा जोर लगा रही है. ऐसे में सनातन और धर्म से जुड़े लोग भी कहां पीछे रहने वाले हैं. ऐसा ही उज्जैन के शिप्रा तट पर स्थित श्मशान भूमि शोध संस्थान उज्जैन के रामघाट पर पिशाच मुक्तेश्वर महादेव मंदिर शिप्रा आरती द्वार के पास धर्मराज मंदिर के सामने स्थित है. गौरतलब है कि उज्जैन में शिप्रा तट रामघाट पर पिशाच मुक्तेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर है. उज्जैन के 84 महादेव में ये 68वें स्थान पर हैं. मंदिर में काले पाषाण का शिवलिंग है. मान्यता है कि इस शिवलिंग के दर्शन करने से मौत के बाद पिशाच योनि नहीं मिलती है. पिशाच मुक्तेश्वर महादेव की पूजा अर्चना करने पर जो पितृ नर्क की यातना भोग रहे हों, वे भी पिशाच की योनि से मुक्त हो जाते हैं.
पितरों को पिशाच की योनि न मिले
रामघाट पर पिंड विसर्जन के पूर्व पिशाच मुक्तेश्वर के दर्शन करवाने लाए जाते हैं, ताकि पितरों को पिशाच की योनि न मिले. स्कंद पुराण के अवंतिका खंड में पिशाच मुक्तेश्वर का उल्लेख है. उज्जैन के 84 महादेव में से 68 वें महादेव पिशाच मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार को अनुष्ठान शुरु हुआ है. इसके अंतर्गत पितृ दोष दूर करने के लिए पिशाचों को मुक्ति प्रदान करनेवाले महादेव की विशेष पूजा की जा रही है.
अनुष्ठान के संयोजक पंडित रामनरेश शुक्ला बताते हैं कि बीजेपी की पूर्ण बहुमत से सरकार बने और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनें, इस भावना के साथ पिशाच मुक्तेश्वर महादेव साधना की जा रही है. देश के चहुंमुखी विकास के लिए यह अनुष्ठान शुरु किया गया है. पीएम नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह तक इस संकल्प के निमित्त विशेष पूजा की जाएगी.
Source : News Nation Bureau