मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में कर्ज से परेशान होकर और लोगों द्वारा रकम की वापसी न किए जाने के चलते एक किसान ने फांसी के फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या से पहले किसान दीवार पर सुसाइड नोट लिख गया है।
जानकारी के अनुसार बलदेवगढ़ थाना क्षेत्र के बाबाखेरा गांव में शनिवार रात हजारी लाल आदिवासी (28) ने फांसी के फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। मृतक की मां रानी बाई का कहना है कि हजारी लाल पर 50 हजार रुपये का कर्ज था और दो बीघे जमीन में खेती नहीं हुई थी।
पहले का कर्ज चुका नहीं पाया था, नया कर्ज लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। इस कारण तनाव में आकर उसने आत्महत्या कर ली।
अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस (एसडीओपी) डी.एस. बैस ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि हजारी लाल ने आत्महत्या क्यों की है, इसकी पुलिस जांच कर रही है।
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हजारी लाल अपने घर के बाहर की दीवार पर कथित तौर पर सुसाइड नोट लिख गया है। इसमें उसने लिखा है, 'दोनों बेटों के नाम जमीन करें, हमारे हिस्से की जमीन राकेश और सुरेंद्र के पास रहे, अगर भाई परेशान करें तो सभी मिलकर निपटाएं। मैं तो दुनिया छोड़ रहा हूं।'
हजारी ने इसी दीवार पर कई लोगों के नाम लिखे हैं और उनसे कुछ रकम लेनी है, इस बात का भी जिक्र है।
जिले में बीते तीन दिनों में किसान द्वारा की गई यह दूसरी आत्महत्या है। इससे पहले पृथ्वीपुर थाना क्षेत्र में एक किसान-पुत्र ने फांसी से लटककर आत्महत्या की थी। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए खटोली से अस्पताल तक लाया गया था। राज्य में एक साल में 150 से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं।
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Source : IANS