भारत पर पाकिस्तान का झूठ एक फिर पकड़ा गया है. पाकिस्तान ने बुधवार को जिस भारतीय को कथित जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है, उसकी पहचान हो गई है. शख्स की पहचान 40 वर्षीय राजू भील के तौर पर हुई है, जोकि मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की पुनासा तहसील के इंधावाड़ी गांव का रहने वाला है. उसके भाई दिलीप ने उसे पहचाना है. पहचान के बाद पुलिस मुख्यालय की ओर से राजू को लेकर अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय और खुफिया एजेंसियों को भेज दी गई है.
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बताया जा रहा है कि राजू मानसिक रूप से कमजोर है. यह एक मजदूर आदिवासी परिवार का युवक है और लंबे समय से घर से बाहर आना जाना करता है. परिजन उसे मानसिक विचलित मानते हैं. हालांकि उसके परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा हैं. परिवार के मुताबिक, 15 साल पहले ओंकारेश्वर बांध में बाढ़ आने के कारण युवक का गांव डूब गया था. बताया जा रहा है कि राजू बलूचिस्तान के जरिए डेरा गाजी खान जिले में चला गया था.
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बता दें कि बुधवार को पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने जाली दस्तावेजों के साथ एक भारतीय को गिरफ्तार करने का दावा किया था. कहा गया कि यह व्यक्ति बीते 10 साल से फर्जी पासपोर्ट और दस्तावेजों के बल पर पंजाब प्रांत के शहर गुजरांवाला में रह रहा था. पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एजेंसी ने उस व्यक्ति के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है, जिसने भारतीय पंजम तिवारी को आश्रय दिया था.
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