मध्यप्रदेश में कोरोना (CoronaVirus Covid-19) का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है और अब इस बीमारी को रोकने में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस कर्मचारी भी इसकी गिरफ्त में आते जा रहे हैं. अब तक 250 से ज्यादा पुलिस कर्मचारी और अधिकारी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं, वहीं एक हजार से ज्यादा कर्मचारियों को क्वारंटाइन होना पड़ा.
राज्य में कोरोना लगभग हर हिस्से को अपनी गिरफ्त में ले चुका है और यही कारण है कि संक्रमण को रोकने के लिए विभिन्न हिस्सों में पूर्णबंदी जैसे कदम उठाना पड़ रहे हैं. कहने की जरूत नहीं कि इसके पालन की सबसे ज्यादा जिम्मेदारी पुलिस बल पर है. पुलिस बल पर सड़कों पर घूमने वालों पर कार्यवाही करने से लेकर उन्हें हिदायत देने का काम पुलिस जवानों को करना पड़ रहा है और संदिग्ध मरीजों के संपर्क में आने से पुलिस बल में भी कोरोना फैल रहा है.
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पुलिस विभाग से मिले आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि पुलिस बल भी कोरोना की चपेट में आता जा रहा है. राज्य में अब तक 250 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इतना ही नहीं एक हजार से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों को क्वांटाइन करना पड़ा है. इसका सीधा असर पुलिस की कार्यक्षमता पर पड़ रहा है.
राज्य में कोरोना के चलते अब तक भोपाल में एक पुलिस उपाधीक्षक प्रेम प्रकाश गौतम, इंदौर में थाना प्रभारी देवेंद्र चंद्रवंशी, उज्जैन के थाना प्रभारी यशवंत पाल और एक सहायक उपनिरीक्षक कुंवर सिंह सहित कई पुलिस अधिकारियों और जवानों की मौत तक हो चुकी है.
पुलिस बल में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर पुलिस मुख्यालय ने भी चिंता जताई है. सूत्रों के अनुसार प्रदेश मुख्यालय की ओर से तमाम अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पूर्व में अधिकारियों और कर्मचारियों के जो अवकाश स्वीकृत किए गए थे उन पर रोक लगाई जाती है.
नए निर्देश के मुताबिक अधिकारी और कर्मचारी अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे. विशेष परिस्थितियों में ही केवल पारिवारिक और स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक जरूरतों के चलते ही उन्हें मुख्यालय छोड़ने की अनुमति संबंधित परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक द्वारा दी जाएगी.
पुलिस मुखिया के सामने यह भी बात सामने आई है कि जो अधिकारी और कर्मचारी यात्रा करते हैं अथवा दूसरे स्थानों से वापस लौट रहे हैं, वे सावधानी नहीं बरत रहे हैं. उन्हें कार्यस्थल पर वापस लौटने पर क्वांटाइन होना चाहिए मगर ऐसा नहीं कर रहे हैं, इस कारण से संक्रमण और बढ़ रहा है.