इंदौर की चलने वाली 39 ट्रेनों में दी जाने वाली मसाज की सुविधा शुरू होने से पहले ही बंद हो गई है. लगातार हो रहे विरोध के बाद पश्चिमी रेलवे (डब्ल्यूआर) ने इंदौर से चलने वाली ट्रेनों में सिर और पांव मालिश की सुविधा मुहैया कराने का अपना प्रस्ताव रद्द कर दिया है.
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डब्ल्यूआर के मुख्य प्रवक्ता रविंदर भाकर ने कहा कि सिर और पैर मालिश सेवा की शुरुआत रतलाम खंड द्वारा की गई है. भाकर ने कहा, 'जैसे ही इस सेवा की जानकारी उच्च अधिकारियों को मिली, यह फैसला किया गया है कि रेलगाड़ियों में मालिश सेवा के इस प्रस्ताव को वापस ले लिया जाए.' यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए कई अन्य प्रस्ताव दिए गए हैं, जिन पर अब डब्ल्यूआर मालिश सेवा के बदले क्या किया जाए, इस पर विचार कर रहा है.
दरअसल, इंदौर से चलने वाली 39 ट्रेनों में रेलवे द्वारा महिला और पुरुष को न्यूनतम 100 रुपये की दरों पर सिर और पैरों की मसाज की सुविधा दी जानी थी. जिसको लेकर पहले बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने आपत्ति जाहिर करते हुए एक पत्र रेल मंत्रालय को लिखा था. जिसमें उन्होंने पैसेंजर ट्रेन में ज्यादातर डब्बों में भीड़ होने का उल्लेख करते हुए इसे महिला सुरक्षा के खिलाफ बताया था.
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शंकर लालवानी के बाद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने भी एक पत्र रेल मंत्री पीयूष गोयल को लिखा. इसमें रेल मंत्री से इंदौर की रेलवे से शुरू की जाने वाली मसाज सुविधाओं को लेकर सवाल खड़े किए गए. जिसमें महिला सुरक्षा के मामले को लेकर भी सवाल उठाए गए. जिस पर रेलवे ने फौरन एक्शन में आते हुए पूर्व के आदेश को निरस्त कर दिया.
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