मध्यप्रदेश में भिंड जिले के लहार कस्बे के वार्ड क्रमांक एक का रहने वाले चंद्र प्रकाश कुशवाहा दीपावली से एक दिन पहले बुधवार को अपने घर पर शाम छह बजे गैस पर कढ़ाई मैं तेल डालकर सब्जी बनाने के लिए बैठा था. तभी अचानक उसकी ऊपर की जेब से मोबाइल निकल कर गरम तेल की कढ़ाई में गिर गया. मोबाइल के तेल में गिरते ही अचानक उसमें ब्लास्ट हो गया, जिससे गर्म तेल उछलकर चंद्रप्रकाश के चेहरे और गर्दन के साथ-साथ सीने पर भी गिर गया.
इससे वह जल गया, जाम के चलते हुई दो घंटे से अधिक की देरी, आनंन फानन में परिजन लहार सिविल अस्पताल ले गये. जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे ग्वालियर रेफर कर दिया गया था. एंबुलेंस से जब उसे ग्वालियर ले जाया जा रहा था तभी रास्ते में पढ़ने वाले सेवड़ा में सिंध नदी पर बने छोटे पुल पर जाम लगा होने के चलते उसे दूसरे रास्ते से दतिया डबरा होते हुए 80 किलोमीटर का चक्कर लगाकर ग्वालियर ले जाया जा रहा था. तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई.
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पंचर की दुकान चला कर करता था मृतक परिवार का भरण पोषण
चंद्रप्रकाश की बुधपुरा के नजदीक पंचर की दुकान है जिससे वह परिवार का भरण पोषण करता था. परिवार में उसकी पत्नी और बड़ा बेटा 14 साल और छोटा बेटा 8 साल का है. अब परिवार के सामने भरण-पोषण का बड़ा संकट खड़ा है.
तीन साल पहले आई बाढ़ में बह गया था सिंधु नदी पर बना पुल
तीन साल पहले आई सिंध नदी में बाढ़ के चलते सेवड़ा में सिंध नदी पर बना हुआ पुल बह गया था जो अभी तक नहीं बन सका है. विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने पुल जल्द बनवाने का वादा किया था. आवागमन का एकमात्र रास्ता अंग्रेजों के जमाने का 100 साल पुराना आठ फीट चौड़ा पुल है. इस पर आए दिन घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है. घटना के बाद थाने पहुंचे परिजनों की फरियाद पर लहार थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले को जांच में ले लिया है.