मध्य प्रदेश में सोमवार की सुबह-सुबह मोहन यादव की सरकार का कैबिनेट विस्तार हुआ. इसमें लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का हाथ थामने वाले नेता रामनिवास रावत ने मंत्री पद की शपथ ली. दरअसल, कांग्रेस में अपनी अनदेखी को लेकर रामनिवास नाराज थे. वहीं, जब उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाया गया तो वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. 30 अप्रैल को उन्होंने सीएम मोहन यादव की उपस्थिति में पार्टी पद की शपथ ली थी. वहीं, अब उन्हें मोहन कैबिनेट में भी जगह मिल चुकी है. सोमवार की सुबह-सुबह 9 बजकर 3 मिनट पर रामनिवास रावत ने मंत्री पद की शपथ ली, लेकिन थोड़ी बाद ही अधिकारियों को यह एहसास हुआ कि रामनिवास ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर नहीं बल्कि राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. जिसके बाद दोबारा से उन्हें 9 बजकर 18 मिनट पर कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. इस दौरान सीएम मोहन यादव व पार्टी के अन्य वरिष्ठ मंत्री भी मौजूद थे.
जानिए कौन हैं रामनिवास रावत?
आपको बता दें कि रामनिवास रावत ओबीसी समुदाय के बड़े नेता के रूप में जाने जाते हैं और फिलहाल वे श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. विजयपुर सीट से रामनिवास 6 बार विधायक रह चुके हैं. वहीं, रामनिवास एक बार लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं. दिग्विजय सिंह की सरकार में रामनिवास मंत्री भी रह चुके हैं.
यह भी पढ़ें- मोहन सरकार का बड़ा ऐलान, MP में 42 हजार डॉक्टरों की होगी भर्ती
राज्य मंत्री पद से इस्तीफा दिए बिना ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ
वहीं, मोहन कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ लेने के बाद रामनिवास पहले ऐसे व्यक्ति बन गए हैं, जिन्होंने कांग्रेस विधायक के पद पर रहते हुए भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. दिलचस्प बात यह है कि कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने से पहले रामनिवास रावत ने राज्य मंत्री पद से इस्तीफा भी नहीं दिया. हाल ही में एमपी में मोहन सरकार ने बजट भी पेश किया है. करीब 3 लाख 65 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया.
HIGHLIGHTS
- मोहन कैबिनेट का हुआ विस्तार
- रामनिवास रावत ने मंत्री पद की ली शपथ
- 15 मिनट के अंदर ही रामनिवास ने दो बार ली शपथ
Source : News Nation Bureau