मध्य प्रदेश में आयुष्मान योजना के अन्तर्गत सभी पात्र परिवार के हेल्थ कार्ड बनाने का अभियान जोरों पर है, राज्य में अब तक एक करोड़ 59 लाख से ज्यादा कार्ड बनाए जा चुके हैं. पिछले दिनों तो एक दिन में एक लाख 20 हजार कार्ड बनाए गए. स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, आयुष्मान योजना में अप्रैल 2020 के पहले कुल एक करोड़ 41 लाख 36 हजार 700 कार्ड बनाये गये थे. अप्रैल के बाद कोरोना काल के कारण कुछ रफतार धीमी पड़ी और अप्रैल 2020 से अब तक 17 लाख 84 हजार 757 कार्ड बनाये गये हैं. इस तरह अब तक एक करोड़ 59 लाख 21 हजार से ज्यादा कार्ड बनाए जा चुके हैं. 22 दिसम्बर 2020 का दिन ऐसा रहा जब एक लाख 20 हजार परिवारों के आयुष्मान कार्ड जनरेट किये गये.
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने आयुष्मान योजना में कार्ड बनाने और लोगों को उपचार उपलब्ध कराने के लिये योजना के क्रियान्वयन में लायी गई तेजी पर संतोष जताया और कहा कि पिछले नौ माह में हम कोरोना की महामारी से जूझ रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और कर्मचारी, अधिकारी फ्रन्टलाइन वर्कर के रूप में कोरोना महामारी के उपचार और रोकथाम में लगे हुए हैं. इसके बावजूद गरीब और कमजोर वर्गों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त अस्पतालों में उपचार कराने के लिये लागू आयुष्मान योजना को प्रभावी ढंग से लोगों को लाभ दिलाने में विभाग पीछे नहीं रहा.
उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा पर्ची धारक और संबल योजना के पात्र हितग्राही आदि शामिल किये जाते हैं. आयुष्मान योजना का लाभ सभी पात्र हितग्राहियों को मिले और सभी के कार्ड बन जाये, जिससे उनको अस्पताल पहुंचने पर तुरंत ईलाज शुरू हो जाए. इसके लिये राज्य में संचालित लोकसेवा केन्द्रों को भी कार्ड बनाने का दायित्व सौंपा गया है.
Source : News Nation Bureau