मध्यप्रदेश में हो रहे नगरीय निकाय के चुनावों में अपराधियों को टिकट दिये जाने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेहद नाराज हैं. चौहान ने साफ कर दिया है कि नगरीय निकाय चुनाव में किसी आदतन अपराधी को बीजेपी का उम्मीदवार नहीं बनाया जायेगा. बताया जा रहा है कि बीजेपी के कुछ मंत्रियों और विधायकों ने जिलों में टिकट चयन समिति पर दबाव बनाकर अपने समर्थकों को टिकट दिलवाए. इनमें से कुछ लोग आपराधिक प्रवृति के हैं. सीएम ने इन सारे लोगों के टिकट बदले जाने को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा से बात की है.
बड़े नेताओं ने दिलवाए अपराधी किस्म के लोगों को टिकट?
इंदौर में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के खास समर्थक गैंगस्टर युवराज उस्ताद की पत्नी स्वाति काशिद को बीजेपी ने वार्ड 56 से प्रत्याशी बनाया था. सीएम ने इस टिकट को बदलवा दिया है. वहीं, भोपाल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने अपने समर्थक आदतन अपराधी भूपेन्द्र भदौरिया, सट्टा किंग बाबू मस्तान की पत्नी को बीजेपी से पार्षद प्रत्याशी बनवा दिया है. ऐसे ही छतरपुर में भी कुछ अपराधियों को टिकट दे दिया गया है.
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अपराधियों को टिकट देने से नाराज हैं सीएम शिवराज सिंह चौहान
इस सारे मामले को लेकर सीएम ने बीजेपी संगठन नेताओं को साफ कहा है कि नामांकन वापसी की तिथि के पहले यह टिकट बदले जायएं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक बयान में कहा है कि बीजेपी स्वच्छ राजनीति की पक्षधर है. कांग्रेस ने राजनीति का अपराधीकरण किया है. लेकिन बीजेपी किसी आदतन, कुख्यात अपराधी को जनप्रतिनिधि नहीं बनायेगी. ऐसे अपराधियों को अगर टिकट दे भी दिया गया है, तो पार्टी उसे वापस लेकर दूसरे कार्यकर्ताओं को टिकट दे देगी.
HIGHLIGHTS
- बीजेपी नेताओं ने दिलाए अपराधियों को टिकट
- मध्य प्रदेश निकाय चुनाव में टिकट वितरण से सीएम नाराज
- शिवराज सिंह चौहान ने दिये टिकट बदलने के निर्देश