मध्यप्रदेश में कोरोना (CoronaVirus Covid-19) संक्रमण के बढ़ते प्रभाव का असर राज्य के विधानसभा के आगामी सत्र पर भी पड़ा है. सर्वदलीय बैठक में निर्णय लिया गया है कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की हिदायत दी जा रही है, ऐसे में विधानसभा सत्र का आयोजन करना ठीक नहीं होगा. लिहाजा सभी ने एक स्वर में फैसला लिया कि आगामी सत्र को स्थगित कर दिया जाए. राज्य में कोरोना का असर लगातार बढ़ रहा है और मरीजों की संख्या भी 20 हजार के आंकड़े को पार कर चुकी है.
सरकार लगातार प्रदेशवासियों से सोशल डिस्टेंसिंग की अपील करती आ रही है. उसके बाद भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इन स्थितियों में सत्ताधारी दल विधानसभा का सत्र आयोजित करने के पक्ष में नहीं था. इसमें कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ का साथ मिला और उन्होंने कोरोना के नियंत्रण के लिए विधानसभा का सत्र स्थगित करने का फैसला लिया.
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि विधानसभा सत्र के दौरान बड़ी संख्या में कर्मचारियों की तैनाती होती है, विधानसभा की लंबी बैठकों के कारण सदस्य भी देर तक सदन में रहेंगे और इससे संक्रमण बढ़ सकता है. इन स्थितियों को ध्यान में रखकर सर्वसम्मति से सत्र स्थगित करने का निर्णय लिया गया है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां आम जन से दूरी बनाकर चलने, मास्क का उपयोग करने को कह रहे हैं, दूसरी ओर सदन में एक सीट पर दो लोग बैठें, मास्क लगाकर कितनी देर बोल सकेंगे, इसलिए जो कहा जाए उसे करा भी जाए. इस पर अमल किया गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ ने भी वर्तमान हालात में सदन को आहूत न करने पर सहमति जताई है. उनका कहना है कि वर्तमान स्थितियों में विधानसभा का सत्र चलाना संभव नहीं है, सदन को प्रदेश की जनता के लिए उदाहरण बनना चाहिए. इस बीमारी को लेकर सावधानी बरतने की जरुरत है.
विधानसभा के प्रमुख सचिव ए पी सिंह ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण 20 जुलाई से होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी, इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि मानसून सत्र को स्थगित कर दिया जाए. सर्वदलीय बैठक में लिए गए निर्णय के इस प्रस्ताव को राज्यपाल को भेजा जाएगा.
बता दें कि राज्य का पांच दिवसीय मानसून सत्र 20 जुलाई से प्रस्तावित था. यह सत्र 24 जुलाई तक चलने वाला था. इसमें कुल पांच बैठकें होने वाली थी.