मध्य प्रदेश उपचुनाव (MP Bypolls) होने से पहले कांग्रेस को लगातार झटका लग रहा हैं. यहां 10 दिनों के अंदर 2 विधायकों ने बीजेपी कांग्रेस का 'हाथ' छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया हैं. वहीं बताया जा रहा है कि ये विधायकों की संख्या और बढ़ सकती हैं. बीजेपी के एक मंत्री ने दावा किया है कि कुछ और विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. जानकारी मिली है कि बीजेपी अब कांग्रेस वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बाद अरुण यादव के खेमे में सेंध लगा सकती है.
जुलाई में कांग्रेस के विधायक प्रद्युमन सिंह लोधी और सुमित्रा देवी ने बीजेपी की सदस्यता ली हैं. बता दें कि 2 दिन पहले बीजेपी में शामिल हुईं सुमित्रा देवी को अरुण यादव के प्रयासों के कारण 2018 के विधानसभा चुनाव में टिकट मिला था. सुमित्रा राजनीति में नया चेहरा है, वो विधायक बनने से पहले तक सिर्फ जनपद सदस्य रही हैं. कहा जाता है कि सुमित्रा अरुण यादव के नाम पर ही राजनीति करती थी, उनके पति वेटनरी विभाग में हैं. सुमित्रा बुरहानपुर जिले में कांग्रेस की इकलौती विधायक थी.
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बता दें कि बुरहानपुर जिले के नेपानगर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक सुमित्रा देवी ने शुक्रवार की दोपहर को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, जिसे प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने मंजूर भी कर लिया . उसके बाद सुमित्रा देवी ने रात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचकर मुलाकात की और बीजेपी दफ्तर में पहुंचकर पार्टी की सदस्यता ली. इस मौके पर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री अरविंद भदौरिया, मंत्री मोहन यादव की उपस्थिति रहे.
राज्य में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में अब तक 24 तत्कालीन विधायक शामिल हो चुके हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया के साथ 22 तत्कालीन विधायकों ने एक साथ सदस्यता से इस्तीफा दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे, जिससे कांग्रेस की सरकार गिर गई थी. उसके बाद प्रद्युम्न सिंह लोधी और फिर सुमित्रा ने बीजेपी की सदस्यता ली है. राज्य में आगामी समय में 26 विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव होने वाले है.