मध्य प्रदेश में उपचुनाव से पहले राज्य में पूरी तरह सियासी घमासान मचा हुआ है. कहीं चुनावी बयानबाजी में तल्खी जोर पकड़ रहा है तो कही नेतागण अपना पाला बदलने में लगे हुए है. उपचुनाव के चुनावी प्रचार के बीच कांग्रेस को जोरदार झटका लगा है. दमोह से विधायक राहुल लोधी ने कांग्रेस का 'हाथ' छोड़कर बीजेपी का 'कमल' थाम लिया है.
राहुल लोधी के बीजेपी में शामिल होने के बाद दमोह जिला में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने लोधी का विरोध करते हुए उनपर कई गंभीर आरोप भी लगाए. कांग्रेसियों ने राहुल लोधी को पोस्टर पर कालिख भी पोता और बाद में उसपर आग भी लगा दी
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विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 'हिंडोरिया के गद्दारों को जूता मारो..' जैसे नारे भी लगाए. मालूम हो कि राहुल लोधी से पहले उनके ही परिवार के हिंडोरिया निवासी प्रद्युम्न सिंह लोधी भी कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए थे. इससे जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता लोधी परिवार को लेकर पहले ही आक्रोशित थे.
बता दें कि राज्य में तत्कालीन 22 विधायकों ने अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा था, जिससे कमल नाथ की सरकार गिर गई थी. उसके बाद तीन और विधायकों ने इस्तीफा दिया और अब राहुल लोधी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार 28 विधानसभा सीटों पर एक साथ उपचुनाव होने जा रहे हैं. प्रदेश में तीन नवंबर को होने वाले इस उपचुनाव से यह तय होगा कि प्रदेश की सत्ता में कौन सी पार्टी रहेगी — सत्तारूढ़ बीजेपी या विपक्षी कांग्रेस . मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी . जिन 28 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल होने से खाली हुए हैं, जबकि दो सीटें कांग्रेस विधायकों के निधन से और एक सीट बीजेपी विधायक के निधन से खाली हुआ है.
Source : News Nation Bureau