कोरोना संक्रमितों के स्वास्थ्य लाभ में ऑक्सीजन सबसे बड़ा हथियार बनी हुई है, मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा. हालात सुधरे इसके लिए राज्य सरकार हवाई, रेल और सड़क मार्ग से दूसरे राज्यों से ऑक्सीजन लाने का काम करने में लगी है, ताकि हर सांस को जरुरत की ऑक्सीजन मिल सके. राज्य में बीते कुछ दिनों से अलग-अलग हिस्सों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि ऑक्सीजन की कमी या आपूर्ति में गड़बड़ी के कारण अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जान तक पर बन आईं . इतना ही नहीं कई निजी अस्पतालों ने तो अपने पास ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता न होने की तक बात कही. सरकारी अस्पतालों में भी मरीजों के परिजनों को आक्सीजन के सिलेंडर तक लूटने पड़ गए. हालात को संभालने के सरकार की ओर से लगातार दावे किए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मरीजों के उपचार में ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी. प्रदेश में अप्रैल माह में ही ऑक्सीजन की उपलब्धता पांच गुना हो गई है. प्रदेश में आठ अप्रैल को 130 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की उपलब्धता थी, जो आज बढ़कर 540 मीट्रिक टन हो गई है. उपलब्ध ऑक्सीजन को विभिन्न मार्गों से होते हुए 18 जिलों में पहुंचाया गया है.
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए रेल, सड़क और वायु मार्ग से जरूरी ऑक्सीजन प्राप्त कर रहे हैं. इसके साथ ही भारत सरकार के साथ समन्वय कर आपूर्ति के प्रयास जारी हैं. प्रदेश के भोपाल और इंदौर एयरपोर्ट से इंडियन एयरफोर्स के विशेष विमानों से ऑक्सीजन टैंकर प्रतिदिन बोकारो और जामनगर भेजे जा रहे हैं. मध्यप्रदेश से जिन टैंकरों को ऑक्सीजन के लिये भेजा गया, अब वे ऑक्सीजन संजीवनी लेकर वापस आना शुरू हो गये हैं. यह क्रम लगातार जारी रखा जाएगा. इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा 2000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे गये हैं. इसके साथ ही जिलों में स्थानीय व्यवस्था से भी लगभग देा हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स लगाए जा चुके हैं.
सरकार एक तरफ जहां सरकार दावे कर रही है कि मरीजों को ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मिल रही है वहीं कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ का कहना है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से मौतें जारी , ग्वालियर में दूसरी बार ऑक्सीजन की कमी से कई मरीजों की जान गयी ?जो काम पहले करना था वो अब करने की बात कर रहे हैं ?जब सब दूर से दूसरी लहर की चेतावनियां आ रही थीं , तब सोये रहे ?
राज्य सरकार द्वारा ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की बात पर कमल नाथ ने कहा, अब ऑक्सीजन प्लांट लगाने की , उसकी आपूर्ति बढ़ाने की बात कर रहे हैं , यदि यह पहले कर लिया जाता तो आज हजारों लोगों की जान बचायी जा सकती थी ? सरकार के नाकारापन व लापरवाही का खामियाजा प्रदेश भर में कई लोगों ने अपनो को खो कर भुगता है , जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी.
Source : IANS