सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस द्वारा मनचलों और गुंडों को सबक सिखाने को जायज ठहराते हुए कहा कि गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिला अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रखती है।
उन्होंने कहा कि जो लोग लड़कियों और महिलाओं को छेड़ते और परेशान करते हैं जिन्होंने उनका घर से निकलना मुश्किल कर दिया है ऐसे गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता है।
शिवराज सिंह चौहान ने संवाददाताओं को बताया, 'यहां गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं है। राज्य सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए जीरो टॉलरेंस रखती हैं।'
25 मार्च को पुलिस ने एक कॉलेज की लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में सार्वजनिक रूप से चार लोगों को गिरफ्तार किया और कई महिला से आरोपियों को थप्पड़ लगवाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 92 प्रतिशत रेप के मामलों में रिश्तेदार, परिवार के सदस्य या परिचितों की भागीदारी होती है।
'वॉक-ए-कॉज' कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला, पुलिस महानिरीक्षक जयदीप प्रसाद सहित बड़ी संख्या में महिलाओं, युवतियों और बालिकाओं ने भी हिस्सा लिया। राजधानी के वीआईपी रोड पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने किन्नर भी पहुंचे और पुलिस की पहल को जायज ठहराया।
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Source : News Nation Bureau