मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में बड़े ड्रग कारोबार का खुलासा हुआ है. सरकार ने एक तरफ जहां इस कारोबार को नेस्तनाबूद करने का संकल्प लिया है, वहीं नशा मुक्ति केंद्र के साथ चलित नशा मुक्ति केंद्र भी शुरू किया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन केंद्रों का ई-लोकार्पण करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश में ड्रग्स और नशे का कारोबार पनपने नहीं दिया जाएगा. इस काले धंधे को नेस्तनाबूद किया जाएगा.
मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर में प्रशासन द्वारा गत दिनों ड्रग्स के कारोबारियों के खिलाफ की गई कार्यवाही पर संतोष जताया. मुख्यमंत्री चौहान और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर पहुंचे. दोनों नेताओं ने इंदौर में आयोजित विभिन्न वैवाहिक समारोहों में शिरकत की और नवदंपत्तियों को आशीर्वाद दिया.
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संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि आज से इंदौर में प्रारंभ किया जा रहा ड्रग ट्रीटमेंट सेंटर (नशा मुक्ति केंद्र) ड्रग डि-एडिक्शन कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वीकृत है. इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय केंद्र एम्स एवं क्षेत्रीय केंद्र केईएम मुंबई के द्वारा क्रियान्वित किया जायगा.
संभागायुक्त ने बताया कि जिले में रेडक्रास सोसायटी एवं एनजीओ के माध्यम से संचालित सात नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों के व्यवस्थित संचालन के लिए अधीक्षक मानसिक चिकित्सालय इंदौर को प्रभारी नियुक्त किया गया है तथा प्रत्येक केंद्र पर व्यवस्थित पर्यवेक्षण एवं तकनीकी मार्गदर्शन के लिए मानसिक चिकित्सालय के विशेषज्ञों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है.
Source : IANS